दहेज के लिए विवाहिता को मारपीट कर नदी के बीच रेत पर फेंका, सदर अस्पताल में भर्ती
राघोपुर थाना क्षेत्र के रामपुर श्यामचंद गांव में दहेज के लिए एक विवाहिता को ससुराल वालों ने मारपीट कर गंगा नदी के बीच रेत पर फेंक दिया.
हाजीपुर.
राघोपुर थाना क्षेत्र के रामपुर श्यामचंद गांव में दहेज के लिए एक विवाहिता को ससुराल वालों ने मारपीट कर गंगा नदी के बीच रेत पर फेंक दिया. घटना की सूचना पर मौके पर पहुंचे मायके के लोगों ने काफी खोजबीन के बाद बेहोशी की हालत में बरामद कर इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया है. जहां उसका इलाज चल रहा है. इस मामले में पीड़ित पिता ने आरोप लगाया है कि घटना की शिकायत करने पर राघोपुर थाने की पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करने से इंकार करने के साथ ही उसके साथ गाली-गलौज कर थाना से भगा दिया है. पुलिस की कार्यशैली से परेशान पिता ने नगर थाने की पुलिस को सूचना देकर सदर अस्पताल में पीड़िता का फर्द बयान दर्ज कराया है. इस मामले में पीड़िता ने एसपी से भी कार्रवाई की गुहार लगायी है. इस संबंध में जुड़ावनपुर थाना क्षेत्र के हजपुरवा गांव निवासी तेजन राय ने पुलिस को दिये बयान में आरोप लगाया है कि उसने अपनी पुत्री लखी देवी की शादी राघोपुर थाना क्षेत्र के रामपुर श्यामचंद गांव निवासी धुनी राय के पुत्र सुजय कुमार के साथ वर्ष 2022 में किया था. शादी के समय अपने सामर्थ्य के अनुसार उपहार आदि भी दिया था. आरोप है कि शादी के कुछ दिन बाद ही पुलिस द्वारा पीछा करने के दौरान उसने पीपा पुल से नदी में छलांग लगा दी थी जिससे उसकी मौत डूबने के कारण हो गयी थी. घटना के बाद बीते वर्ष 2024 में उसने सुजय के छोटे भाई अजय के साथ अपनी बेटी की शादी कर दी. शादी के बाद से अजय बार-बार कार खरीदने के लिए पैसे की मांग करता था. पैसा नहीं देने पर उसके साथ मारपीट किया जाता था. पिता ने बताया कि एक सप्ताह पूर्व ही अजय ने कपड़ा खरीदने के लिए 40 हजार रुपये की मांग की थी. 20 हजार रुपये देने के बाद भी उसने 28 जनवरी को उसकी पुत्री के साथ मारपीट किया जिससे वह बेहोश हो गयी. पिता ने आरोप लगाया कि ससुराल वालों ने उसे मृत समझ कर गंगा नदी के बीच रेत पर फेंक दिया. घटना की जानकारी मिलने पर काफी खोजबीन के बाद भी पुत्री का पता नहीं चलने पर उसने घटना की सूचना डायल 112 की पुलिस को दी. डायल 112 की पुलिस उसे राघोपुर थाना लेकर गयी. स्थानीय चिकित्सक से इलाज कराने के बाद पुलिस को आवेदन देने पर उसके साथ अभद्र व्यवहार तथा गाली-गलौज कर भगा दिया गया. इस संबंध में थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने बताया कि एक महिला शिकायत लेकर आयी थी. आपसी समझौता की बात कह कर उसके पिता उसे वापस लेकर गये थे. आवेदन मिलने पर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जायेगी. परिजनों का आरोप झूठा एवं बेबुनियाद है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है