मंझरिया मिडिल स्कूल का आधा हिस्सा नदी में विलीन, विशंभरपुर में कटाव को रोकने में जुटे अभियंता
गोपालगंज .गंडक नदी खतरे के निशान से नीचे की ओर तेजी से लौट रही. पतहरा में महज 20 सेमी नीचे नदी है. वाल्मीकि नगर बराज से सोमवार की शाम चार बजे 1.06 लाख क्यूसेक जल डिस्चार्ज दर्ज किया गया. जबकि तटबंधों पर कटाव की स्थिति बनी हुई है.
गोपालगंज .गंडक नदी खतरे के निशान से नीचे की ओर तेजी से लौट रही. पतहरा में महज 20 सेमी नीचे नदी है. वाल्मीकि नगर बराज से सोमवार की शाम चार बजे 1.06 लाख क्यूसेक जल डिस्चार्ज दर्ज किया गया. जबकि तटबंधों पर कटाव की स्थिति बनी हुई है. अभियंताओं की टीम स्थिति पर नजर रखने के लिए कैंप कर रहे. मंझरियां मिडिल स्कूल का बचे हुए हिस्से का आधा हिस्सा नदी में समा गयी. नदी स्कूल को तीन ओर से कवर कर कटाव कर रही.
बांस और पेड़ की टहनियों से कटाव को रोकने में जुटा विभाग लाचार दिख रहा. माना जा रहा कि मंगलवार को स्कूल का अस्तित्व ही मिट जायेगी. जबकि कार्यपालक अभियंता नवल किशोर सिंह की माने तो मेटेरियल कटाव स्थल तक नहीं पहुंच पाने के कारण नदी की धारा को रोकना मुश्किल हो रहा. नदी यहां तेजी से शिफ्ट कर रही. गांव के लोगों की चिंता कम नहीं हो रही. यहां नदी का कटाव जारी है. खेतों को अपने आगोश में लेकर नदी गांव की ओर बढ़ रही.
इधर, नेपाल में बारिश थमने के बाद नदी का जल स्तर कम होने लगा है. नीचे जलस्तर जाने के साथ ही अहिरौलीदान- विशुनपुर बांध पर कराये गये बचाव कार्य भी नदी में गिरने लगा है. कुचायकोट प्रखंड के विशंभरपुर गंडक नदी में स्टर्ड के लांच करने को गंभीरता से लेकर अब जलसंसाधन विभाग विभाग ने पूरी ताकत झोंक दी है. बांध को बचाने की चुनौती है. विभाग हाथीपांव पार्कोपाइन का सहारा ले रहा है.
नदी के पल-पल रूख बदलने के कारण स्थिति यहां बिगड़ रही है. बांध पर कटाव का खतरा वैसे ही बना हुआ है. बांध को बचाने के लिए विभाग ने काम तेज कर दिया है बांध पर दबाव बढ़ गया है. स्टर्ड लांच की जानकारी मिलते ही अधीक्षण अभियंता विनय कुमार सिंह, बाढ़ स्पर्ट अधीक्षण अभियंता रविशंकर ठाकुर, कार्यपालक अभियंता नवलकिशोर सिंह, सहायक अभियंता म खुर्शीद अहमद की टीम पहुंचकर कटाव की स्थिति को देखकर उसे रिस्टोर करने के लिए मौजूद अभियंताओं को निर्देश दिया.
वही कार्यपालक अभियंता महेश्वर शर्मा,के नेतृत्व में सहायक अभियंता अजय कुमार कनीय अभियंता विभाष कुमार गुप्ता, मो0 मजीद सुनील कुमार की देख रेख में काम कराया जा रहा है. विभाग का दावा है कि नदी की धारा बदलने से बांध के पास बने स्टर्ड का हिस्सा लांच किया है. उसे रीस्टोर किया जा रहा हैं. बांध बचाने लिए युद्ध स्तर पर कार्य कराया जा हैं बांध पूरी तरह सुरक्षित हैं.
posted by ashish jha