झंझारपुर (मधुबनी). उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मधुबनी के झंझारपुर में पोस्टर विवाद मामले में विरोधियों को जवाब देते हुए कहा कि श्रीराम अपनी प्रजा को खुश देखना चाहते थे. उनके लिए प्रज्ञा की खुशी ही सर्वोपरी थी. उन्होंने कहा कि लोगों को खुशियां गरीबी दूर करने व रोजगार देने से मिलती है. शिक्षा व स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार करने से सूबे का चहुंमुखी विकास होगा. इसका लाभ यहां के आमलोगों को मिलेगा.
प्रभु राम को मोदी जी की जरूरत है?
तेजस्वी यादव ने राम मंदिर का मामला उठाया. तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री अयोध्या में राम मंदिर की बात कर रहे हैं, लेकिन भगवान राम को मोदी जी की जरूरत है? भगवान राम चाहते तो खुद नहीं बनवा लेते हर जगह अपना महल. लेकिन मोदी जी इस तरह से दिखा रहे हैं कि राम भगवान को घर दे दिया. महल बनवा दिया, मंदिर बनवा दिया. ये सब बेकार की बातें हैं.
राम को मंदिर और महल की जरूरत नहीं
तेजस्वी यादव ने कहा कि राम को मंदिर और महल की जरूरत नहीं है. राम मंदिर पर भाजपा के नेता जो कह रहे हैं वह सब बेकार की बात है. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि अगर आप बीमार होते हैं, तो कहां जाते हैं. मंदिर या अस्पताल? उन्होंने कहा कि हम मंदिर विरोधी नहीं हैं. मेरी मां छठ उस समय से करती हैं, जब मोदी जी को छठ का ज्ञान भी नहीं था. तेजस्वी यादव ने कहा कि हमारे घर में पहले से मंदिर है, जहां हम लोग पूजा करते हैं. हाल ही में पूरा परिवार बालाजी के दर्शन कर कर आया है. हम लोग घर पर पूजा करने में ज्यादा विश्वास रखते हैं.
संविधान खतरे में है
बुधवार को पूर्व सांसद रामदेव भंडारी की प्रतिमा के अनावरण के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि संविधान खतरे में है. लोकतंत्र की हत्या हो रही है. जब लोकतंत्र की रक्षा व रोजगार की बात करते हैं, तो सीबीआइ व इडी को भेज दिया जाता है. हमारी लड़ाई नरेंद्र मोदी और अमित साह से नहीं है, मुद्दों से है. उन्होंने कहा कि मेरी असली दुश्मनी बेरोजगारी, महंगाई, फरेबी व झूठ से है.
सामाजिक और आर्थिक न्याय दिलाना हमारा काम
महागठबंधन लोगों को सामाजिक और आर्थिक न्याय दिलाना चाहता है. यादव ने कहा कि दो चरणों में करीब ढाई लाख शिक्षकों को नियुक्ति पत्र जारी किया गया है. पुलिस डिपार्टमेंट में भी 70 हजार की बहाली हुई है. वहीं स्वास्थ्य विभाग में 1 लाख 50 हजार लोगों को बहाल करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. वर्ष 2025 तक 5 लाख से अधिक बेरोजगारों को नौकरी दी जाएगी. रीगा चीनी मिल को चालू करने और किसानों का कर्ज माफ करने की बात हो रही है.
पीएम मोदी व अमित शाह की नहीं मुद्दे की बात कीजिए
तेजस्वी यादव ने कहा कि पीएम मोदी व अमित शाह की नहीं मुद्दे की बात कीजिए. तभी देश व सूबे का चहुंमुखी विकास होगा. मीडिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राम का दर्जा दे दिया है. जो किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है. उपमुख्यमंत्री ने 24 मिनट के अपने संबोधन में पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि श्रीराम भगवान हैं. भगवान श्रीराम अपनी प्रजा को खुश देखना चाहते थे. यादव ने कहा कि लोगों को खुशियां गरीबी दूर करने व रोजगार देने से मिलती है. उन्होंने कहा कि शिक्षा व स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार करने से सूबे का चहुंमुखी विकास होगा. जिसका लाभ यहां के आमलोगों को मिलेगा.
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मेरी लड़ाई मुद्दों से है, नरेंद्र मोदी से नहीं
तेजस्वी यादव ने कहा कि हमारी लड़ाई नरेंद्र मोदी और अमित साह से नहीं है. मेरी लड़ाई मुद्दों से हैं. उन्होंने कहा कि मेरी असली दुश्मनी बेरोजगारी, महंगाई, फरेबी व झूठ से है. महागठबंधन लोगों को सामाजिक और आर्थिक न्याय दिलाना चाहती है. वर्ष 1932 के बाद किसी भी राज्यों में जाति आधारित जनगणना नहीं कराया गया. बिहार पहला राज बिहार है जहां जाति आधारित गणना की गयी है. गणना की गयी है कि कौन भीख मांगता है, कौन भूमिहीन है और कौन बेरोजगार है.
जेडीयू का अलग स्टैंड
उधर, जेडीयू ने राम मंदिर के मसले पर राजद से पूरी तरह अलग स्टैंड लिया है. पटना में जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि अयोध्या मंदिर में भगवान श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेने के लिए अगर निमंत्रण मिलेगा तो हम जरूर जाएंगे. उन्होंने कहा कि ये महत्वपूर्ण नहीं है कि अयोध्या के श्रीराम हैं बल्कि कण-कण में राम हैं और इसका अहसास देश के हर नागरिक को है. नीरज कुमार ने कहा कि जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने भी पहले ही राम मंदिर को लेकर पार्टी का स्टैंड क्लीयर कर दिया है.