कैमूर बिहार का एक जिला है. जहाँ पर कई खूबसूरत और ऐतहासिक जगहें हैं. इसी जिले में खूबसूरत नजारों से भरी कैमूर की पहाड़ी है. जहाँ कलकल बहती नदी है, आसमान जैसे ऊँचे झरने, मंदिर और ऐतहासिक किले हैं.
महाबोधि मंदिर बोधगया में स्थित है. महाबोधि मंदिर भुगवान बुद्ध की ज्ञान प्राप्ति के स्थान पर स्थित है. बिहार महात्मा बुद्ध के जीवन से संबंधित चार पवित्र स्थानों से एक है और यह विशेष रूप से उनके ज्ञान बोध की प्राप्ति से जुड़ा हुआ है.
कोडरमा-तिलैया-राजगीर 64 किलोमीटर रेलवे लाइन का निर्माण पूरा हो चुका है. बौद्ध धर्मावलंबियों के पवित्र स्थल बोधगया आने-जाने के लिए यहां पहले से ही रेलवे व सड़क मार्ग से सुगम व्यवस्था है. आनेवाले दिनों में नालंदा, राजगीर तक भी रेल से पहुंचा जा सकेगा. इससे रेलवे के बड़े नेटवर्क के साथ-साथ कोडरमा पर्यटकीय दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण स्टेशन होगा.
बोधगया, गया से सटा हुआ एक छोटा सा शहर है. ये शहर गंगा की सहायक नदी फल्गु नदी के किनारे पश्चिम दिशा में बसी हुई है. बौद्ध भिक्षुओं की ओर से बोधगया को दुनिया के सबसे पवित्र शहरों में से एक माना जाता है. क्योंकि यहां भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ती हुई थी. यहां मौजूद काफी पुराने महाबोधि मंदिर को वर्ष 2002 में यूनेस्को की ओर से विश्व धरोहर का दर्जा दिया गया था.
राजगीर रेलवे स्टेशन बिहार के राजगीर नामक शहर का रेलवे स्टेशन है. पश्चिम बंगाल के कोलकाता रेलवे स्टेशन पर बंगाली, महाराष्ट्र में मराठी, उत्तर बिहार में मैथिली भाषा में उद्घोषणा की जाती है, उसी तर्ज पर राजगीर रेलवे स्टेशन पर आवागमन करने वाली सभी ट्रेनों की सूचना सह उद्घोषणा मगही भाषा में किये जाने का निर्णय लिया गया है.
घोड़ा कटोरा झील राजगीर के सबसे आकर्षित स्थानों में से एक है और अपने नाम के अनुसार घोड़े की भाती दिखाई देती हैं. घोड़ा कटोरा लेक पिकनिक जैसी गतिविधियों के लिए पर्यटकों के बीच बहुत लौकप्रिय हैं. घोडा कटोरा झील राजगीर में सबसे साफ सुतरे पानी के लिए जानी जाती हैं.