बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने गया में गंगाजल आपूर्ति योजना का शुभारंभ किया. जिसके बाद अब जिले के 45 हजार से अधिक घरों के नलों में गंगा का पानी पहुंचने लगा है. सीएम ने कहा कि गर्मी में जिस तरह पानी की किल्लत होने लगती थी अब गंगाजल पहुंचाने के बाद ये परेशानी खत्म हो सकेगी. मुख्यमंत्री ने इसके फायदे गिनाये…
गयावासियों के घरों तक गंगाजल पहुंचाने के लिए करीब 450 किलोमीटर तक पाइपलाइन बिछाई गयी है. सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने गंगाजल आपूर्ती योजना का शुभारंभ किया. गंगाजल प्लांट के उद्घाटन से गयावासियों में खुशी की लहर है. मानपुर के अबगीला में वाटर ट्रिटमेंट प्लांट का उद्घाटन किया गया. इसके साथ ही पहले फेज में करीब 45 हजार से अधिक घरों में और दूसरे फेज में शहर के 78 हजार से अधिक घरों तक गंगाजल का सप्लाई हो सकेगा.
उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि रविवार को राजगीर में और अब सोमवार को गया व बोधगया में इसका उद्घाटन किया गया. उन्होंने बताया कि इस गंगाजल को तीन जगह शुद्धिकरण किया जाएगा. उसके बाद ही गया व बोधगया में इसका सप्लाई होगा. उन्होंने कहा कि हमलोगों ने देखा कि गर्मी के सीजन में यहां पानी की किल्लत हो जाती थी तो सोचा क्यों ना गंगाजल ही घर-घर पहुंचाया जाए. इसपर काम शुरू हुआ और अब ये सफल हुआ.
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नीतीश कुमार ने कहा कि राजगीर वाला प्लांट पहले ही तैयार हो गया था. लेकिन हमने कहा कि गया और बोधगया को तैयार होने के बाद एक साथ तीनो जगहों पर एकसाथ शुरू किया जाए. और अब आज जब ये शुरू हो गया तो पर्यटन के दृष्टिकोण से भी फायदा है. सीएम ने कहा कि सभी घरों के साथ-साथ सभी होटलों में भी गंगाजल पहुंचाया जा रहा है. इससे अच्छा कोई पानी नहीं है.
बता दें कि इस निर्माण कार्य पर 400 करोड़ रुपये सरकार ने खर्च किये हैं. बताते चलें कि दक्षिण बिहार का गया, नवादा और नालंदा के अलावे अन्य जगहों पर भागते भूजल स्तर के साथ-साथ पेयजल संकट को देखते हुए सीएम नीतीश कुमार ने 2019 में गंगाजल योजना पर मुहर लगायी थी. हैदराबाद की मेघा कंपनी को गंगाजल वाटर ट्रीटमेंट प्लांट प्रोजेक्ट पूरा करने की जिम्मेदारी सौंपी गयी.
Posted By: Thakur Shaktilochan