बिहार में अप्रैल से शुरू होगा हर घर नल जल सेवा वाहन, लाभुकों की समस्याओं का होगा समाधान
हर घर नल का जल सेवा वाहन के माध्यम से जलापूर्ति योजनाओं के वितरण प्रणाली में साधारण मरम्मति , घरों में सैनेटरी फीटिंग, चापाकलों और जल गुणवत्ता निगरानी पर प्रशिक्षण दिये जायेंगे. इसके लिए युवाओं को जोड़ने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम होगा
बिहार सरकार ने हर घर नल का जल योजना पार्ट टू के तहत लाभुकों तक नियमित शुद्ध नल का जल पहुंचाने, मरम्मति पर विशेष ध्यान देने का निर्देश पीएचइडी और पंचायती राज विभाग को दिया है. लाभुकों किसी भी माैसम में 24 घंटे पानी मिले और खराबी को तुरंत दुरुस्त करने के लिए हर घर नल का जल सेवा वाहन को शुरू करने का निर्णय भी लिया गया है. जिसके माध्यम से लोगों को जलापूर्ति योजना के संबंध में जागरूक किया जायेगा और चल रही योजना की निगरानी होगी. अप्रैल से वाहन के माध्यम से लोगों तक सुविधाएं पहुंचने लगेगी.
त्रैमासिक होगा भ्रमण का रोस्टर, छूटे घरों का भी तैयार होगा रिपोर्ट
वाहन की भ्रमण योजना त्रैमासिक रुप से तैयार की जायेगी. प्रति पंचायत एक दिन के आधार पर प्रमंडल अंतर्गत सभी पंचायतों को जोड़ा जायेगा. इसके लिए कार्यपालक अभियंता लोक स्वास्थ्य प्रमंडल पटना पूर्व, गया, भागलपुर , मुंगेर, पूर्णिया, दरभंगा, छपरा, मुजफफरपुर, सहरसा को दिशा-निर्देश दिया गया है. यहां पर वाहन वैसे इलाकों में भी रिपोर्ट तैयार करेगी, जहां पर जलापूर्ति योजना की जरूरत है और वहां तक अभी पानी पहुंचने में परेशानी होती है. इन इलाकों को चिह्नित करने के बाद संबंधित पदाधिकारी को रिपोर्ट करेंगे.
वाहन ऐसे करेगा काम
वाहन के प्रशिक्षक की भूमिका समन्वयक की होगी और वे टीम लीडर के रुप में सेवा वाहन की गतिविधियों को संयोजित करेंगे. प्रशिक्षक द्वारा दैनिक आधार पर कार्य प्रतिवेदन भरा जायेगा और मासिक रुप से प्रमंडलीय कार्यालय को समर्पित किया जायेगा.
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ऐसे होगा प्रशिक्षण कार्यक्रम , लाभुकों को भी मिलेगी ट्रेनिंग
हर घर नल का जल सेवा वाहन के माध्यम से जलापूर्ति योजनाओं के वितरण प्रणाली में साधारण मरम्मति , घरों में सैनेटरी फीटिंग, चापाकलों और जल गुणवत्ता निगरानी पर प्रशिक्षण दिये जायेंगे. इसके लिए युवाओं को जोड़ने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम होगा, ताकि योजना में हल्का खराबी आने पर उसे दुरुस्त कर सकें या खराबी को दुरुस्त करने के लिए कहां शिकायत करना है. इसकी जानकारी सभी ग्रामीणों के पास रहे.