बिहार में ड्राइविंग लाइसेंस के लिए करना पड़ेगा इंतजार, परिवहन विभाग बना रहा नया प्रस्ताव
राज्यभर में कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए परिवहन विभाग अपने कार्यालयों में बेवजह की भीड़ कम करने का उपाय कर रहा है. आम लोगों से जुड़े काम ऑनलाइन करने पर ज्यादा फोकस है.
पटना. राज्यभर में कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए परिवहन विभाग अपने कार्यालयों में बेवजह की भीड़ कम करने का उपाय कर रहा है. आम लोगों से जुड़े काम ऑनलाइन करने पर ज्यादा फोकस है.
इसी के मद्देनजर ड्राइविंग टेस्ट की प्रक्रिया को कुछ दिन के लिए स्थगित करने की तैयारी है. परिवहन विभाग के अधिकारियों ने यह प्रस्ताव तैयार कर लिया है. इस पर अंतिम मुहर लगनी बाकी है. एक से दो दिनों में इस पर निर्णय लिया जा सकता है.
यह है नियम
अभी ड्राइविंग लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया ऑनलाइन है. मगर लाइसेंस से पहले आवेदकों को ड्राइविंग टेस्ट देना पड़ता है. इस ड्राइविंग टेस्ट के लिए एक तय तारीख तय कर दी जाती है,जिसमें बाद हर आवेदक ड्राइविंग टेस्ट देने के लिए डीटीओ कार्यालय जाना पड़ता है और इस कारण से डीटीओ कार्यालय में भीड़ हो जाती है. इस दौरान संक्रमण बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए टेस्ट रोकने या उसे कम करने पर विचार हो रहा है.
ऑनलाइन लर्निंग टेस्ट के लिए अभी आवेदकों को चालान कटाने के बाद एक स्लॉट दिया जाता है. इसमें टाइम और तारीख निर्धारित की जाती है.उस समय आवेदकों को डीटीओ कार्यालय जाकर ऑनलाइन लर्निंग टेस्ट देना पड़ता है. इसके बाद लर्निंग लाइसेंस दिया जाता है.
अभी एक दिन में लगभग 60- 70 लोगों का लर्निंग टेस्ट लिया जाता है, जिसे घटा कर 10- 20 करने पर भी विचार किया जा रहा है, ताकि कार्यालय में भीड़ कम- से- कम लग सके.
Posted by Ashish Jha