ट्रेन के जरिए फल-फूल रहा हवाला का कारोबार, भागलपुर के रास्ते चलती है इतनी गाड़ी कि तस्कर करते हैं काला कारोबार
Bhagalpur: काले कारोबार द्वारा अर्जित रुपये को एक जगह से दूसरी जगह खपाने के लिए तस्कर ट्रेनों का सहारा लेकर लोकल हवाला कारोबार को तेजी से बढ़ा रहे हैं.
Bhagalpur: काले कारोबार द्वारा अर्जित रुपये को एक जगह से दूसरी जगह खपाने के लिए तस्कर ट्रेनों का सहारा लेकर लोकल हवाला कारोबार को तेजी से बढ़ा रहे हैं. इसके साथ बिहार में ट्रेनों से शराब की तस्करी भी कर रहे हैं. दोनों फील्ड के अवैध कारोबारी ट्रेन को मुफीद रास्ता मान रहे हैं. ट्रेन में अगर आरपीएफ व जीआरपी की नजर में आये तो पकड़े गये, नहीं आये तो इनका कारोबार आगे बढ़ा. इसके लिए तस्कर युवाओं का सहारा ले रहे हैं.
कविगुरु एक्सप्रेस से बरामद हुआ 27 लाख, 50 हजार रुपये
इस कारोबार का ताजा उदाहरण सोमवार को कविगुरु एक्सप्रेस से दो तस्कर के पास से 27 लाख, 50 हजार रुपये पकड़ा जाना है. सारे रुपये को दुमका इनकम टैक्स की टीम को आरपीएफ के द्वारा सौंप दिया गया. दोनों युवक हंसडीहा के थे. सड़क पर चेकिंग व पुलिस की पैनी नजर होने की वजह से ट्रेन को सुरक्षित माना जा रहा है. ट्रेन में किसी को शक न हो इसके लिए नोटों के तस्कर वीआईपी यात्री की तरह रौब के साथ एसी बोगी में सफर करते हैं. ताकि ट्रेन में सुरक्षा गश्ती में लगे आरपीएफ के जवान, टीटीई शक न कर सके.लोकल हवाला के जरिये कुछ घंटे या 24 घंटे में राशि एक स्थान से दूसरे स्थान पर राशि लोगों को उपलब्ध करा दिया जाता है.
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दो साल में RPF ने दो बार पकड़ा तस्करी के लिए जा रहे नोटों का बंडल
आरपीएफ पोस्ट के इंस्पेक्टर रणधीर कुमार ने बताया कि दो साल में दो बार तस्करी के लिए जा रहे नोटों को पकड़ा. 2024 में ट्रेन के रास्ते लोकल हवाला का नोट लेकर जा रहे तस्कर को भागलपुर रेलवे स्टेशन पर लगे लगेज स्कैनर के माध्यम से 45 लाख रुपये पकड़ा गया था. सोमवार को कविगुरु एक्सप्रेस से 27 लाख, 50 हजार रुपये पकड़ा गया.