बिहार: सीवान से कई देशों में फैला था हवाला कारोबार, मोबाइल से हुई थी 26 करोड़ रुपये की लेनदेन
बिहार के सीवान में अंतरराष्ट्रीय हवाला गिरोह के भंडाफोर होने के बाद जिले में हड़कंप मच गया था. मामले में अभी तक तीन सदस्यों की गिरफ्तारी हुई है. मगर, इस दौरान कई चौकाने वाले खुलासे हुए हैं.
बिहार के सीवान में अंतरराष्ट्रीय हवाला गिरोह के भंडाफोर होने के बाद जिले में हड़कंप मच गया था. मामले में अभी तक तीन सदस्यों की गिरफ्तारी हुई है. मगर, इस दौरान कई चौकाने वाले खुलासे हुए हैं. पुलिस इस गिरोह के फरार सदस्यों के नाम की जानकारी लेकर प्राथमिकी दर्ज करवाने के बाद गिरफ्तारी की प्रक्रिया में जुट गयी. भगवानपुर हाट थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाते हुए सात को नामजद किया है. वहीं दो से तीन अज्ञात पर भी प्राथमिकी दर्ज करायी है. पुलिस नामजद व अज्ञात गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह छापेमारी कर रही है. जांच में यह बात सामने आयी है कि जितने मोबाइल जब्त हुए हैं उससे करीब 26 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है. इसमें से पैसा पाकिस्तान, इजराइल, बांग्लादेश, सउदी अरब व अन्य देश भेजा गया है और मंगाया गया है.
गुप्त सूचना पर पुलिस ने की थी कार्रवाई
सीवान एसपी शैलेश कुमार सिन्हा को गुप्त सूचना मिली कि भगवानपुर के ब्रह्मस्थान गांव निवासी हरेंद्र सिंह के घर पर कुछ लोग एकत्रित है. जो हवाला कारोबार से जुड़े है. साथ ही, हवाला के पैसे को खपाने की फिराक में है. इस सूचना के बाद एसपी के आदेश पर एसडीपीओ श्री कुमार, थानाध्यक्ष संजीव कुमार, पुअनि रवि कुमार, चांदनी कुमारी, पुसअनि शैलेश कुमार सिंह, सिपाही संजय ठाकुर, प्रवीण कुमार, अजय कुमार के साथ मिलकर थाना क्षेत्र के ब्रह्मस्थान गांव निवासी हरेंद्र सिंह के घर छापेमारी की. छापेमारी में हवाला गिरोह के तीन सदस्य को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, जिसमें थावे के मीरअलीपुर निवासी शेख कलीम अहमद, गोपालगंज नगर थाने के साधुचाक वार्ड नंबर तीन निवासी राजेश कुमार व ब्रह्मस्थान निवासी मनु कुमार सिंह शामिल थे. मौके से मास्टमाइंड राजकुमार शर्मा, विश्वजीत कुमार व हरेंद्र, आफताब फरार मिले. इसके बाद पुलिस टीम ने तीनों से पूछताछ के बाद सघन जांच की.
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पाकिस्तान में विसेन नामक व्यक्ति को भेजे जाते थे रुपये
पाकिस्तान में यह पैसा विशेन नामक युवक के पास जाता है. हवाला कारोबार का पूरा खेल छह प्रतिशत राशि के लिए हो रहा था. जिले में पहली बार साइबर क्राइम से जुड़ा पहला मामला दर्ज हुआ है. केस के आइओ उमेश कुमार ने बताया कि कांड दर्ज होने के बाद साइबर टीम अनुसंधान प्रारंभ कर दी है. जल्द ही पूरे गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार भी कर लिया जायेगा.