सीवान. विदेशों में रुपये के लेनदेन के मामले में गिरफ्तार हवाला गिरोह के तीन आरोपितों से शुक्रवार को पटना से पहुंची एटीएस की टीम ने पूरे दिन और रात में भी पूछताछ की. टीम पहले तीनों को एक साथ बैठाकर और बाद में तीनों को अलग-अलग कमरे में ले जाकर सवाल करती रही. बताया जा रहा है कि इस दौरान टीम को पाकिस्तान, इजराइल, बांग्लादेश सहित अन्य देशों में 26 करोड़ रुपये भेजे जाने के बारे में अहम सुराग मिले हैं.
इससे पहले गुरुवार को कोर्ट के आदेश पर सीवान साइबर थाना पुलिस ने तीनों आरोपितों को रिमांड पर लिया था और शुक्रवार की सुबह तक तीनों से पूछताछ करती रही. इस दौरान जब कुछ जरूरी जानकारी मिली, तो पटना से एटीएस की टीम सीवान पहुंची. इसके बाद पुलिस ने तीनों आरोपितों को एटीएस टीम को सौंप दिया. हालांकि, साइबर थाना पुलिस और एटीएस की टीम इस संबंध में कुछ भी बताने से इनकार कर रही है. बताया जाता है कि एटीएस की टीम तीनों से बार-बार यही जानने के कोशिश कर रही थी कि 26 करोड़ रुपये का लेन-देन किस उद्देश्य से किया गया, लेकिन आरोपित इस बारे में स्पष्ट नहीं बता रहे थे.
बता दें कि पिछले 10 जून को भगवानपुर हाट थाना क्षेत्र के ब्रह्मस्थान के हरेंद्र सिंह के घर पर छापेमारी कर से पुलिस ने हवाला गिरोह के सदस्य गोपालगंज जिले के थावे थाना क्षेत्र के मीरअलीपुर निवासी शेख कलीम अहमद, नगर थाना क्षेत्र के साधु चौक वार्ड नंबर तीन निवासी राजेश कुमार और सीवान जिले के भगवानपुर हाट थाना क्षेत्र के ब्रह्मस्थान निवासी मोनू सिंह को गिरफ्तार कर लिया. वहीं, गिरोह के मुख्य सरगना राजकुमार शर्मा व विश्वजीत कुमार भागने में सफल रहे थे. वहां से राइफल, रिवॉल्वर, 18 गोलियां, वाहन, 2.67 लाख रुपये, सिमकार्ड, 19 डेविट कार्ड, स्वाइप मशीन, मोबाइल, पैन कार्ड, विभिन्न व्यक्तियों के नाम से बैंक पासबुक आदि बरामद किये गये थे.
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