पटना के 25 सेंटरों पर होगी प्रधानाध्यापक की परीक्षा, शामिल होंगे 15 हजार से अधिक शिक्षक
पटना के 25 सेंटरों पर प्रधानाध्यापक की परीक्षा 31 मई को होगी. सभी सेंटरों के आसपास परीक्षा के दिन धारा 144 लगी रहेगी और चार या अधिक लोगों के एक साथ जुटने पर रोक रहेगी. किसी भी संदिग्ध आचरण वाले अधिकारी को इस दौरान ड्यूटी नहीं दी जायेगी.
पटना. राज्य के उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक की नियुक्ति के लिए पटना के 25 केंद्रों पर 31 मई को परीक्षा होगी. बीपीएससी की ओर से ली जाने वाली इस परीक्षा में 15,049 शिक्षक शामिल होंगे, जबकि रिक्तियों की संख्या 6421 है. इसमें अनारक्षित 1668, अनारक्षित महिला 903, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग 450, अत्यंत पिछड़ा वर्ग 731, पिछड़ा वर्ग 513, अनुसूचित जाति 642, अनुसूचित जनजाति 46 और पिछड़े वर्ग की महिला श्रेणी के 192 पद शामिल हैं. परीक्षा एकल पाली में दोपहर 12 से दो बजे तक होगी.
100 प्रश्न और बीएड कोर्स से संबंधित 50 प्रश्न होंगे
परीक्षा सामान्य ज्ञान विषय की 150 अंकों की वस्तुनिष्ठ होगी. इसमें सामान्य अध्ययन के 100 प्रश्न और बीएड कोर्स से संबंधित 50 प्रश्न होंगे. सभी प्रश्न बहुविकल्पीय होंगे और हरेक के लिए एक अंक दिये जायेंगे जबकि प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 0.25 अंक काटे जायेंगे. परीक्षा का सेंटर केवल पटना शहर में दिया गया है. 67वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक मामले को देखते हुए बीपीएससी और जिला प्रशासन के द्वारा परीक्षा आयोजन के दौरान विशेष सतर्कता बरती जा रही है.
सभी सेंटरों के आसपास परीक्षा के दिन धारा 144 लगी रहेगी
सभी सेंटरों के आसपास परीक्षा के दिन धारा 144 लगी रहेगी और चार या अधिक लोगों के एक साथ जुटने पर रोक रहेगी. किसी भी संदिग्ध आचरण वाले अधिकारी को इस दौरान ड्यूटी नहीं दी जायेगी. परीक्षा के केंद्रों का निर्धारण भी पूरे वेरिफिकेशन के बाद किया गया है. जिस कमरे में प्रश्नपत्र रखा जायेगा, उसकी सीसीटीवी से निगरानी होगी और उसमें अधिकारियों के मोबाइल ले जाने पर भी रोक रहेगी.
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दो सरकारी समेत राज्य के पांच बीएड कॉलेजों की मान्यता समाप्त
पटना. राज्य के पांच बीएड कॉलेजों की मान्यता नेशनल काउंसिल फॉर टीचर्स एजुकेशन (एनसीटीइ) ने समाप्त कर दी है. एनसीटीइ इस्टर्न रीजनल कमेटी ने ऐसे कॉलेजों की सूची जारी की है. ये सभी कॉलेज वर्तमान सत्र में नामांकन नहीं ले सकेंगे. इन कॉलेजों ने परफॉर्मेंट एप्रेजल रिपोर्ट (पीएआर) जमा किया था, बावजूद इसके इन्हें मान्यता नहीं दी गयी. हालांकि अभी ऐसे कई कॉलेज हैं, जिन्होंने पीएआर जमा ही नहीं किया है. नोडल संस्थान ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी ने पहले ही कहा है कि एनसीइटी में पीएआर जमा करने के बाद ही उक्त कॉलेज को नामांकन सूची में नाम जारी किया जायेगा.