मोतिहारी. पूर्वी चंपारण जिले के पताही प्रखंड के बोकाने कला गांव में ब्रजबिहारी लाल प्लस टू स्कूल के हेडमास्टर त्रिभुवन साह को निगरानी विभाग ने 15 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है. हेडमास्टर त्रिभुवन साह पर आरोप है कि विद्यालय के रिटायर्ड हेडमास्टर शफीउल्लाह को नो ड्यूज देने के लिए 25 हजार रुपये की मांग कर रहे थे. इस संबंध में शफीउल्लाह ने निगरानी विभाग कार्यालय में शिकायत दर्ज करायी थी. शिकायत मिलने के बाद निगरानी विभाग ने इसकी जांच की तो आरोप सही पाया गया. इसके बाद मंगलवार को निगरानी ब्यूरो की टीम वहां पहुंची और विद्यालय में ही 15 हजार रुपये घूस लेते हुए प्रधानाध्यापक त्रिभुवन साह को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद निगरानी विभाग उस हेडमास्टर को अपने साथ पटना लेकर गयी है.
जिले के फेनहारा प्रखंड के पोखरिया टोला निवासी शफीउल्लाह एक साल पहले ब्रजबिहारी लाल प्लस टू विद्यालय के प्रधानाध्यापक पद से रिटायर हुए थे. इनके रिटायरमेंट के बाद त्रिभुवन साह इस विद्यालय के प्रधानाध्यपक बन गये. करीब एक साल के बाद शफीउल्लाह जब अपना नो ड्यूज सर्टिफिकेट लेने विद्यालय पहुंचे तो त्रिभुवन साह ने उन्हें नो ड्यूज नहीं दिया. प्राचार्य त्रिभुवन शाह ने नो ड्यूज देने के एवज में 25 हजार की मांग की. उसके बाद शफीउल्लाह ने उससे काफी मिन्नत की तब जाकर मामला 15 हजार रुपये में फिक्स हुआ.
रिटायर्ड मास्टर शफीउल्लाह को अपने बंद पड़े पेंशन को खुलवाने के लिए रिश्वत देने की बात सही नहीं लगी. जब सारी बातें फिक्स हो गयी तो इस बात की शिकायत उन्होंने निगरानी विभाग से कर दी. पूर्व प्राचार्य शफीउल्लाह की शिकायत मिलने के बाद निगरानी विभाग ने मामले का सत्यापन किया. उसके बाद आज मंगलवार को शफीउल्लाह खुद रिश्वत के रुप में 15 हजार रुपये लेकर विद्यालय पहुंचे. जब विद्यालय के प्रधानाध्यापक त्रिभुवन साह रिश्वत के 15 हजार रुपये अपने हाथों में ले रहे थे. उसी समय निगरानी विभाग की टीम वहां पहुंची और रिश्वत लेते त्रिभुवन साह को गिरफ्तार कर लिया और अपने साथ लेकर चली गयी.