पटना में हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंट लाइन वर्कर और 60 प्लस के ऐसे लोग जो किसी गंभीर बीमारी से जूंझ रहे हैं उन्हें कोरोना वैक्सीन की तीसरी डोज एहतियात के तौर पर लगायी जा रही है. 10 जनवरी से उनका वैक्सीनेशन पूरे जिले में चल रहा है. तीसरी डोज लेने के लिये जो टारगेट सूची अभी बनी है उसमें वैसे लोगों के नाम हैं जिन्हें दूसरी डोज लिये हुये नौ माह बीत चुके हैं. प्राप्त सूचना के मुताबिक सूचि में बड़ी संख्या हेल्थ केयर और फ्रंटलाइन वर्करों की है लेकिन वे तीसरी डोज लेने में अभी उत्साह नहीं दिखा रहे हैं. यही कारण है कि तीसरी डोज लगाने का अभियान लक्ष्य से काफी पीछे चल रहा है.
जिले में तीसरी डोज लगाने का लक्ष्य गुरुवार तक 54,900 लोगों का था लेकिन इनमें से मात्र 15,719 लोगों को ही तीसरी डोज लगायी जा सकी है. जबकि जिले के लगभग सभी प्रमुख सेंटरों पर तीसरी डोज लगायी जा रही है. इनके कम टीकाकरण को देखते हुये बुधवार को पटना डीएम ने भी इसकी गति को तेज करने का निर्देश दिया था.
जिले में इन दिनों कोरोना संक्रमण बड़े पैमाने पर फैला हुआ है. माना जा रहा है कि तीसरी डोज जिन्हें लेनी है उसमें से एक बड़ी संख्या कोरोना संक्रमित है या उनके परिवार में संक्रमण फैला हुआ है. इसके कारण वह वैक्सीन लेने से अभी परहेज कर रहे हैं. अधिकारी दावा कर रहे हैं कि संक्रमण की रफ्तार कम होने के बाद तीसरी डोज लेने वालों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी होगी.
Also Read: बिहार में विशेष अभियान के पहले दिन चार हजार 835 लोगों पर की गयी कार्रवाई, वसूला गया ढाई लाख का जुर्माना
जिले में जिन लोगों को कोरोना वैक्सीन की तीसरी डोज लगनी है उनके मोबाइल पर मैसेज जा रहा है. इसके बाद भी जो नहीं आ रहे उनको टीकाकरण केंद्र तक बुलाने के लिये जिले में शुक्रवार से फोन कर बुलाया जायेगा. इसके साथ ही विभिन्न निजी अस्पतालों और सरकारी कार्यालयों में कैंप लगाकर वैक्सीन लगाने के अभियान की शुरुआत कर दी गयी है.