बिहार: हिट स्ट्रोक से बीमार हो रहे बच्चों को बचाने के लिए घर-घर जा इलाज करेगा स्वास्थ्य विभाग, जानें पूरी बात
बिहार में गर्मी का कहर जारी है. ऐसे में मुजफ्फरपुर में भीषण गर्मी और हिट स्ट्राेक से बड़ी संख्या में बीमार हाे रहे बच्चाें काे बचाने के लिए अब उनके घर जाकर गिनती की जाएगी. 10 दिनाें तक इन बच्चाें का फाॅलाेअप किया जाएगा.
बिहार में गर्मी का कहर जारी है. ऐसे में मुजफ्फरपुर में भीषण गर्मी और हिट स्ट्राेक से बड़ी संख्या में बीमार हाे रहे बच्चाें काे बचाने के लिए अब उनके घर जाकर गिनती की जाएगी. 10 दिनाें तक इन बच्चाें का फाॅलाेअप किया जाएगा. इसके लिए प्रत्येक पीएचसी के बीसीएम काे नाेडल अधिकारी बनाया गया है. डीएम प्रणव कुमार ने इसकाे लेकर गाइडलाइन जारी की है. डीएम के निर्देश पर सिविल सर्जन ने सभी पीएचसी पदाधिकारियाें काे अपने क्षेत्र के बच्चाें की गिनती कर उनकी हर दिन की वर्तमान स्थिति के बारे में रिपाेर्टिंग करने का निर्देश दिया है.
जिले का यदि काेई भी बच्चा किसी भी सरकारी या निजी अस्पताल में बुखार से पीड़ित हाेकर भर्ती है या ठीक हाेकर डिस्चार्ज हाेता है, उस स्थिति में भी उन बच्चों का 10 दिनाें तक फाॅलाेअप करना अनिवार्य है. डीएम ने कहा कि हिट स्ट्राेक के कारण बड़ी संख्या में बच्चे बीमार हाे रहे है, इससे बचाव के लिए सभी का फाॅलाेअप किया जाए. इसकाे लेकर एक फाॅर्मेट तैयार किया गया है जिसमें आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर इन बच्चाें की राेज गिनती करेंगी. वहीं, उनके स्वास्थ्य के बारे में जाे भी अपडेट हाेगा, उस फाॅर्मेट पर लिखकर मुख्यालय काे रिपाेर्ट करेंगी. फाॅर्मेट भरने में काेई गड़बड़ी नहीं हाे, इसके लिए बच्चे के अभिभावकों का भी हस्ताक्षर जरूरी किया गया है.
पटना मौसम विभाग इसको अपडेट करते हुए कहा है कि बिहार में मानसून का प्रवेश करने में चार से पांच दिन लग सकता है. जब तक बिहार में मानसून प्रवेश नहीं कर जाता है तब तक बिहार में हीटवेव का कहर जारी रहेगा. बताते चलें कि फिलहाल बिहार के कई जिलों में हीट वेव चल रहा है और कई जिलों में पारा चालीस से अधिक है.