पटना. बिहार में स्वास्थ्य सेवा चुस्त होने जा रही है. पटना जिले में तीन साल से अधिक समय से एक ही जगह तैनात डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों का तबादला किया जायेगा. यह फैसला मंगलवार को विभाग ने लिया है. पटना जिले में करीब 85 डॉक्टर व लगभग 515 स्वास्थ्यकर्मियों की सूची तैयार की जा रही है.
इनमें शहर के पीएमसीएच, एनएमसीएच, गर्दनीबाग अस्पताल, गार्डिनर रोड अस्पताल, राजेंद्रनगर नेत्रालय और पटना सिटी के गुरु गोविंद सिंह अस्पताल के अलावा जिले के सभी 23 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अनुमंडलीय व सीएचसी अस्पताल शामिल हैं. इसके अलावा औषधि विभाग, पैरा मेडिकल, खाद्य सुरक्षा विभाग आदि स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत आने वाले कर्मचारी शामिल हैं.
स्वास्थ्य विभाग के निर्देश के बाद स्वास्थ्य विभाग के अंदरूनी तौर पर सभी डॉक्टरों, नर्सिंग स्टॉफ, जूनियर डॉक्टर, किरानी, क्लर्क समेत सभी स्वास्थ्यकर्मियों का रिकॉर्ड खंगाला जायेगा. बताया जा रहा है कि जिले में करीब 85 से अधिक डॉक्टर और करीब 515 कर्मी हैं, जो एक ही स्थान पर तीन साल से अधिक तैनात हैं. सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी सिंह ने बताया कि पिछले साल अस्पतालों में तीन साल से अधिक समय से जमे कर्मियों का ट्रांसफर किया गया है. हाल ही में कुछ ऐसे भी कर्मी हैं, जिनके तीन साल पूरे हो गये हैं.
पटना. पशु चिकित्सा के कॉलेज के विद्यार्थी अपनी मांग मसलन यूजी इंटर्नशिप एवं पीजी फेलोशिप की राशि बिहार के अन्य चिकित्सा पद्धतियों के समान करने को लेकर लगातार नौवें दिन हड़ताल पर बैठे हैं. हड़ताली विद्यार्थियों का कहना है कि उनकी मांगों के प्रति सरकार असंवेदनशील बनी हुई है. हमारी मांगों को अनसुना किया जा रहा है. उधर जिला प्रशासन एवं विश्वविद्यालय प्रशासन लगातार छात्रों के ऊपर दबाव बना रहा है कि हड़ताल समाप्त करें.
Prabhat Khabar App: देश-दुनिया, बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस अपडेट, क्रिकेट की ताजा खबरे पढे यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए प्रभात खबर ऐप.
FOLLOW US ON SOCIAL MEDIA
Facebook
Twitter
Instagram
YOUTUBE