कैमूर में स्वास्थ्य कर्मियों ने काली पट्टी बांधकर जताया विरोध, नयी पेंशन नीति हटाने की रखी मांग
शुक्रवार को भभुआ सदर अस्पताल में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मी अपने बांह पर काला बिल्ला या काला बैच लगाकर कार्य करते नजर आये. सभी कर्मी केंद्र सरकार की नयी पेंशन स्कीम के विरोध में ये कार्य कर रहे थे.
बिहार के कैमूर जिले में भी अब केंद्र सरकार की नयी पेंशन स्कीम का विरोध शुरू हो गया है. जिले में शुक्रवार को नयी पेंशन स्कीम के विरोध में स्वास्थ्य कर्मियों ने विरोध-प्रदर्शन किया. पेंशन स्कीम के खिलाफ जमकर नारे लगाये. शुक्रवार को सदर अस्पताल के सभी स्वास्थ्य कर्मियों ने अपने-अपने बांह पर काला बिल्ला लगाकर विरोध प्रदर्शन किया.
शुक्रवार को सदर अस्पताल में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मी अपने बांह पर काला बिल्ला या काला बैच लगाकर कार्य करते नजर आये. सदर अस्पताल के आपातकालीन कक्ष, महिला वार्ड, पुरुष वार्ड, प्रसव केंद्र, आइसीयू, एसएनसीयू, दवा वितरण केंद्र, ओपीडी समेत अन्य विभाग में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों ने विरोध-प्रदर्शन करते हुए काला बिल्ला लगाकर मौन रूप से अपना कार्य निष्पादित किया.
सदर अस्पताल में तैनात डॉ रवि रंजन प्रकाश ने बताया कि केंद्र सरकार की नयी पेंशन स्कीम से स्वास्थ्य कर्मियों को काफी नुकसान होगा और जब स्वास्थ्य कर्मी रिटायर्ड होंगे, तो उन्हें काफी कम पैसा मिलेगा. इतना कम पैसा मिलेगा कि स्वास्थ्यकर्मी अपना परिवार भी नहीं चला पायेंगे. नयी पेंशन स्कीम हम लोगों के लिए गलत साबित होगा. इसलिए हम लोग इसका विरोध कर रहे हैं और विरोध स्वरूप सभी स्वास्थ्यकर्मी अलग-अलग विभाग में अपना विरोध करते हुए काला बिल्ला लगाकर कार्य कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिले के सभी पीएचसी समेत सदर अस्पताल के कर्मी इस विरोध-प्रदर्शन में शामिल हैं.
डॉ रवि रंजन प्रकाश ने कहा कि सरकार अविलंब पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करें, क्योंकि यह हम सभी कर्मियों के लिए हितकर है और नयी पेंशन स्कीम को हम लोग किसी भी रूप में स्वीकार नहीं करेंगे. शुक्रवार को सदर अस्पताल के बाहर काला बिल्ला लगा विरोध प्रदर्शन के दौरान डॉ सितेश कुमार, डॉ खालिद रजा, डॉ फतेह बहादुर, पुष्पेंद्र कुमार, ज्योति कुमारी, श्याम कुमार, रामचंद्र, जूही कुमारी, अनिता कनौजिया सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे.