पटना. आम आदमी इन दिनों बीमारी से ज्यादा महंगी दवाओं के बोझ से परेशान है. कोरोना संकट में नौकरी पेशा लोगों की आमदनी पर अंतर पड़ा है. वहीं, दवाओं की बढ़ती कीमतें ऐसे परिवारों के लिए परेशानी का सबब बन गयी हैं.
मिली जानकारी के अनुसार जरूरी दवाओं की कीमतों में 20 फीसदी तक इजाफा हो चुका है. हर्ट, ब्लड प्रेशर से लेकर शुगर तक की दवाएं महंगी हो गयी हैं. जानकारी की मानें तो कंपनियों ने कच्चे माल की कीमत बढ़ने के कारण दवाओं के दामों में बढ़ोतरी कर दी है.
दवा दुकानदारों के मुताबिक दवा कंपनियां नये बैच नंबर के साथ दाम बढ़ाने का खेल करती हैं. मार्केट में जिस दवाओं की मांग बढ़ती है, उसका नया बैच जारी कर दिया जाता है. हर बैच नंबर के साथ दो से पांच रुपये तक की बढ़ोतरी कर दी जाती है.
दवा थोक मंडी गोविंद मित्रा रोड में सर्दी, खांसी-जुकाम से संबंधित कुछ मेडिसीन गायब हैं. इन दवाओं में मेडरोल टेबलेट, डोक्ससाइक्लिन कैप्सूल, फेबिफ़्लू, डोलो, एजिथ्रोमाइसिन आदि शामिल हैं. कहा जा रहा है कि बड़े स्टाकिस्टों ने दवाओं को दबा कर रखा है. काफी आग्रह पर वे दवा देने को तैयार होते हैं, लेकिन मनमाना कीमत वसूलते हैं.
दवा पहले अब
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कोडिस्टार सीरप 119 131
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एमारिल –एम-1 157 210
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डुफा स्टोन-10 एमजी 623 672
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इकोस्प्रिन गोल्ड 121 133
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टेनवास एएम 64 69
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मेक्टोटल 165 181
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ग्लाइकोमेट जीपी 1 96 106
पटना में कई दवा दुकानदार जरूरी दवाओं की अधिक कीमत ले रहे हैं. हालांकि, जिला व पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है और शिकायत मिलते ही तुरंत छापेमारी हो रही है. पत्रकार नगर पुलिस ने ऐसे ही दवा दुकानदार प्रेम कुमार को गिरफ्तार कर लिया, जो जिंक टेबलेट की मूल कीमत 55.05 रुपये के बजाये 65 रुपये ले रहा था.
प्रेम की मां काली मेडिको दुकान पत्रकार नगर के संजय गांधी नगर में है. दुकानदार ने बेतिया के रहने वाले दिनेश कुमार को मूल कीमत से अधिक रुपये लेकर एक स्ट्रिप दिया था. इसकी शिकायत दिनेश कुमार ने जिला प्रशासन से कर दी थी. पत्रकार नगर थानाध्यक्ष मनोरंजन भारती ने दुकानदार की गिरफ्तारी की पुष्टि की़
एनआरआइ को एक लाख में सिलिंडर बेचने का प्रयास करने वाले गिरोह में शामिल हर्ष राज समेत आठ लोगों को राजीव नगर थाना पुलिस ने मंगलवार को जेल भेज दिया गया. इसके पहले उन सभी की कोरोना जांच करायी गयी, जो निगेटिव आयी.
इस संबंध में इओयू के अधिकारियों के बयान पर राजीव नगर थाने में केस दर्ज किया गया है. इसी प्रकार, कंकड़बाग पुलिस ने रेमडेसिविर की कालाबाजारी करने में तीन लोगों को जेल भेजा था. लेकिन दो नामजद आरोपित मनीष आनंद व शशि यादव को पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.
Posted by Ashish Jha