भारी बारिश से इस शहर का जनजीवन अस्त-व्यस्त, पहाड़ी नदियों के जलस्तर में वृद्धि

बीते दो दिनों से मौसम में हुए परिवर्तन के बाद आम लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. दो दिनों से लगातार बारिश से जहां एक तरफ पहाड़ी नदियों के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गयी है, वहीं जलनिकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण रक्सौल के आधा दर्जन से अधिक मोहल्लों में पानी सड़क पर बह रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 25, 2020 2:12 AM

रक्सौल : बीते दो दिनों से मौसम में हुए परिवर्तन के बाद आम लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. दो दिनों से लगातार बारिश से जहां एक तरफ पहाड़ी नदियों के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गयी है, वहीं जलनिकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण रक्सौल के आधा दर्जन से अधिक मोहल्लों में पानी सड़क पर बह रहा है. इससे लोगों को परेशानी हो रही है. वहीं बारिश अभी लगातार जारी है. नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्र में लगातार बारिश होने के कारण प्रखंड क्षेत्र के सैकड़ों गांव पर अब बाढ़ का खतरा बढ़ गया है.

नदियों का पानी गांव से सटे सरेह में फैल चुका है और यदि आज भी बारिश लगातार होती रही तो यह पानी रिहायसी इलाकों में भी घुस जायेगा. नेपाल से आने वाले नदियों में शामिल गाद, तिलावे, धुतहा, सरिसवा, बंगरी नदी के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. सभी नदियों का पानी खतरे के निशान के आसपास बह रहा है. गाद और धुतहा नदी का पानी सरेह में फैल गया है, जिसके कारण हजारो एकड़ में लगे धान की फसल डूबने लगी है. इसके लिए किसानों को फिर से फसल बर्बाद होने की चिंता सताने लगी है. बता दें कि इस साल दो बार बाढ़ की मार झेल चुके किसान जैसे-तैसे तीसरी बार धान की रोपणी किये हैं. यदि इस बार भी फसल खराब होती है तो उनकी कमर टूट जायेगी.

आश्विन के महीने में इस तरह के बारिश के बाद बाढ़ की स्थिती पैदा होने से लोगों में डर का माहौल है. लगातार हो रही बारिश रक्सौल के कारण रक्सौल व इसके आसपास के इलाके में तापमान गिरावट दर्ज की गयी है. गुरुवार को रक्सौल में अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है जबकि न्यूनतम तापमान 23 डिग्री के आसपास रहा है. मौसम पुर्वानुमान के अनुसार आने वाले दो से तीन दिनों में लगातार बारिश की संभावना व्यक्त की गयी है. जबकि तापमान में गिरावट रहेगी. बदलते मौसम में हो रही बारिश और तेज हवाए लोगों को सर्दी का एहसास भी करा रही है.

बारिश के कारण बाजार से लोग गायब है. गांव से लोग ना के बराबर रक्सौल आ रहे हैं. जिसके कारण कई दुकानों की बोहनी भी नहीं हो पा रही है. रक्सौल के बैंक रोड, पोस्ट ऑफिस रोड, सब्जी बाजार, मछली बाजार आदि इलाकों में आम दिनों की तुलना में बारिश होने के कारण लोगों की संख्या में भारी कमी दर्ज की गयी है. रक्सौल में नदियों का बढ़ते जलस्तर के बीच प्रशासल अलर्ट है. विभिन्न कर्मियों के माध्यम से तटबंधों की निगरानी की जा रही है. अंचलाधिकारी विजय कुमार ने बताया कि लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है. किसी भी तरह की आपदा की स्थिती से निपटने के लिए प्रशासन तैयार है, लोगों को परेशानी नहीं होने दी जायेगी.

posted by ashish jha

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