अदमापुर के समीप बैरिकेडिंग लगने से भारी वाहनों का परिचालन हुआ बंद, पटना से छपरा जाना मुश्किल
जब दिघवारा से डोरीगंज के रास्ते छपरा जाने का रूट बंद हुआ तो दिघवारा व आसपास के यात्रियों ने मानपुर गड़खा रूट के सहारे गड़खा होते हुए छपरा जाना शुरू किया. फिर इस सड़क मार्ग पर बालू लदे वाहनों व बसों का दौड़ना शुरू हुआ.
छपरा : जब दिघवारा से डोरीगंज के रास्ते छपरा जाने का रूट बंद हुआ तो दिघवारा व आसपास के यात्रियों ने मानपुर गड़खा रूट के सहारे गड़खा होते हुए छपरा जाना शुरू किया. फिर इस सड़क मार्ग पर बालू लदे वाहनों व बसों का दौड़ना शुरू हुआ.
बीते मंगलवार को अदमापुर के समीप पुलिया धंस गया, जिससे इस मार्ग पर बड़े व भारी वाहनों का परिचालन बंद हो गया. प्रशासन द्वारा इस पुलिया के समीप बैरिकेडिंग लगा दी गयी. अब पटना से छपरा जाने वाली बसों को परसा होकर छपरा तक पहुंचना पड़ता है.
छपरा से, सोनपुर हाजीपुर व पटना जाने के लिए यात्रियों को भी परसा रूट का सहारा लेना पड़ता है. ऐसा होने से बसों की संख्या में कमी आ गयी है. वहीं यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गयी है. लगभग दो साल पहले जब दिघवारा शीतलपुर के मध्य पट्टीपुल की स्थिति जर्जर हुई तो फोरलेन निर्माण में लगी कंपनी मधुकॉन ने इसकी मरम्मती का कार्य पूरा किया.
इस दौरान इस पुल की चौड़ाई कम हो गयी, जिसके बाद से इस पुल से वनवे के सहारे ही वाहनों को पास कराया जाता है. गलत ओवरटेकिंग के चलते व आगे बढ़ने की होड़ के बीच इस पुल के समीप बराबर घंटों जाम लगता है. जाम में फंसे यात्री अपनी कभी अपनी किस्मत को कोसते हैं तो कभी सरकार की लुंज पुंज व्यवस्था पर अपनी भड़ास निकालते हैं.
posted by ashish jha