नीम हकिम खतरे जान, मुजफ्फरपुर में हर्निया के ऑपरेशन के बाद निकाली दोनों हाइड्रोशील, अस्पताल बंद, डॉक्टर फरार

सकरा थाना गुमटी के निकट एक एमबीबीएस चिकित्सक ने अपने निजी नर्सिंग होम में हर्निया के ऑपरेशन के दौरान 48 वर्षीय कैलाश महतो की आंत में टांका लगा दिया जब पेट फूलने लगा तो दोबारा ऑपरेशन करने की बात कह दोनों हाइड्रोशील ही काट कर निकाल दिया. मामला सामने आने पर चिकित्सक क्लिनिक बंद कर फरार है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 14, 2023 2:23 AM
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बिहार: मुजफ्फरपुर के सकरा प्रखंड में आए दिन निजी नर्सिंग होम में गलत ऑपरेशन करने का मामला लगातार जारी है. इसी तरह का मामला सकरा वाजिद गांव निवासी कैलाश महतो के साथ हुआ है. सकरा थाना गुमटी के निकट एक एमबीबीएस चिकित्सक ने अपने निजी नर्सिंग होम में हर्निया के ऑपरेशन के दौरान 48 वर्षीय कैलाश महतो की आंत में टांका लगा दिया जब पेट फूलने लगा तो दोबारा ऑपरेशन करने की बात कह दोनों हाइड्रोशील ही काट कर निकाल दिया. मामला सामने आने पर चिकित्सक क्लिनिक बंद कर फरार है. उसके बाद पीड़ित की स्थिति गंभीर है.

सस्ते इलाज के चक्कर में गया था उस डॉक्टर के पास 

इसकी जानकारी देते हुए पीड़ित कैलाश महतो ने बताया कि हर्निया की बीमारी से पीड़ित था. उसने अपना इलाज एसकेएमसीएच में कराया था. चिकित्सक ने ऑपरेशन की सलाह दी थी. उसके बाद एक महिला कम खर्च में ऑपरेशन कराने का लालच देकर उसे थाना गुमटी चौक के निकट एक एमबीबीएस चिकित्सक के निजी नर्सिंग होम में ले गयी. चिकित्सक ने उससे 20 हजार रुपये जमा कराया. उसके बाद 10 अप्रैल को चिकित्सक ने उसके हर्निया का ऑपरेशन किया. ऑपरेशन के दौरान चिकित्सक ने उसकी आंत में टांका दे दिया. जिससे उसका पेट फुल गया.

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पीड़ित ने अभी तक थाने में दर्ज नहीं करवाई शिकायत

उसके बाद स्थिति खराब होने पर चिकित्सक के नर्सिंग होम पर गया तो चिकित्सक ने दोबारा ऑपरेशन कर उसका दोनों हाइड्रोशील काट कर निकाल दिया. पीड़ित को ठीक होने की बात बताकर चिकित्सक नर्सिंग होम बंद कर फरार हो गया है. इधर, लगातार स्थिति खराब होने पर पीड़ित ने मामले की सूचना जनप्रतिनिधियों को दी लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की. स्थिति लगातार बिगड़ने पर परिजन ने उन्हें मुजफ्फरपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराये हैं. चिकित्सक ने उसकी आंत मे टांका लगने की बात बताकर उसका पुनः ऑपरेशन किया है. अब तक पीड़ित तीन लाख रुपये कर्ज लेकर खर्च कर चुका है. हालांकि पीड़ित ने अभी तक थाने में शिकायत नहीं दर्ज करायी है.

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