बिहार में गर्मी को लेकर छह जिलों में हाइअलर्ट, आपदा विभाग की एडवाइजरी- दोपहर 12 से 3 घर में ही रहें
लू की चेतावनी देने के साथ-साथ मौसम विभाग ने कहा है कि अभी राहत मिलने की कोई संभावना नहीं है. ऐसे में लोगों से अत्यधिक सावधानी बरतने की अपील की गयी है. आपदा प्रबंधन विभाग ने दोपहर 12:00 बजे से 3:00 बजे तक लोगों से घर से बाहर नहीं निकलने की अपील की है.
पटना. बिहार में गर्मी को लेकर आपदा विभाग ने अलर्ट जारी किया है. बिहार के छह जिलों में तीन घंटे लोगों को घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी गयी है. गया, औरंगाबाद, बक्सर, पटना, रोहतास और कैमूर में खास तौर पर लोगों से सतर्क रहने को कहा गया है. लू की चेतावनी देने के साथ-साथ मौसम विभाग ने कहा है कि अभी राहत मिलने की कोई संभावना नहीं है. ऐसे में लोगों से अत्यधिक सावधानी बरतने की अपील की गयी है. आपदा प्रबंधन विभाग ने दोपहर 12:00 बजे से 3:00 बजे तक लोगों से घर से बाहर नहीं निकलने की अपील की है.
नीतीश कुमार ने भी लोगों को सतर्क रहने को कहा
रिकार्ड तोड़ गर्मी पर गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी लोगों को सतर्क रहने को कहा था. इस बीच, आपदा विभाग ने भी राज्य के सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट भेजा है. विभाग ने डीएम को लाउडस्पीकर से लोगों को जागरूक करने का निर्देश दिया है. साथ ही स्कूल के समय में बदलाव समेत सभी जरूरी फैसले लेने को अधिकृत किया है.
अस्पतालों में हो विशेष व्यवस्था
विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि सार्वजनिक जगहों पर प्याऊ, पेजयल की व्यवस्था, लू से बीमार हुए लोगों के इलाज के लिए अस्पतालों में विशेष व्यवस्था, कार्यस्थल पर पेयजल की व्यवस्था, लू लगने पर प्राथमिक उपचार की व्यवस्था सहित कई निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों को गर्मी से बचाव के लिए विद्यालय सुबह की पाली में ही संचालित. इसके लिए संबंधित जिला पदाधिकारी के द्वारा समीक्षा कर निर्णय लिया जाना चाहिए.
दिशा-निर्देश जारी
भीषण गर्मी एवं लू से बचाव के लिए आपदा विभाग ने सभी जिलों के लिए दिशा-निर्देश जारी किया है. जिलाधिकारियों को अलर्ट करने की बात बताते हुए आपदा विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि भीषण गर्मी एवं लू से बचाव की दिशा में कार्रवाई के लिए विस्तृत दिशा निर्देश दिए गए हैं.
पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित हो
आम लोगों को गर्मी से राहत मिल सके इसके लिए आवश्यक सुविधा सुनिश्चित कराने को कहा गया है. लू से बचाव के लिए आवश्यक है कि कुछ सावधानी बरतें. सचिव ने कहा कि सभी स्कूलों एवं परीक्षा केंद्रों में पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए. कार्यस्थल पर पेयजल तथा लू लगने पर प्राथमिक उपचार की व्यवस्था की जानी चाहिए.
गर्मी और लू से बचने के इन निर्देशों का पालन करें
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पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं
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हल्के ढीले-ढाले सूती वस्त्र पहनें
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धूप के चश्मे, छाता, टोपी एवं जूते या चप्पल पहनकर ही धूप में निकलें
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यात्रा करते समय अपने साथ पानी अवश्य रखें
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घरेलू पेय जैसे- नींबू पानी, कच्चे आम का पन्ना, लस्सी आदि पीते रहें जिससे शरीर में पानी की कमी न हो
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जानवरों को भी छायेदार स्थानों में रखें और उन्हें पीने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी दें
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अपने घरों को ठंडा रखें.
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कार्यस्थल में पानी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करें
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गर्म हवाओं और लू में क्या न करें
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खाली पेट न रहें
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बच्चों को खड़े वाहनों में न छोड़ें
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पशुओं को छायादार स्थानों पर रखें
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आवश्यक न हो तो दिन के 12 बजे से 3 बजे के बीच बाहर निकलने से बचें
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गहरे रंग के भारी एवं तंग वस्त्र पहनने से बचें
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बासी भोजन न करें
लू लगने पर क्या करें
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लू लगे व्यक्ति को छांव में लिटा दें
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अगर तंग कपड़े हों तो उन्हें ढीला कर दें अथवा हटा दें
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ठंडे गीले कपड़े से शरीर पोछें या ठंडे पानी से नहलायें
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व्यक्ति को ओआरएस/ नींबू पानी/ नमक चीनी का घोल पीने को दें जो शरीर में जल की मात्रा को बढ़ा सकें
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व्यक्ति पानी की उल्टी करें या बेहोश हो तो उसे कुछ भी खाने व पीने को न दें
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लू लगे व्यक्ति के हालत में 1 घंटे तक सुधार न हो तो उसे तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में ले जाएं