बिहार के विभिन्न जिलों में एनएच, एसएच व ग्रामीण सड़कों पर गाड़ी से दूसरे को धक्का मारने के बाद गाड़ी चालक का भागना अब मुश्किल हो जायेगा. सुरक्षा के तहत ग्रामीण सड़कों एवं सभी हाइवे पर हाइस्पीड कैमरा लगाने को लेकर काफी समय से प्रक्रिया चल रही है, लेकिन हाल में हुई रोड सेफ्टी की बैठक में निर्णय लिया गया है कि अक्तूबर तक कैमरा लगाने का काम हर हाल में पूरा कर लिया जाये, ताकि तेज वाहन चालक एवं गलत तरीके से वाहन चलाने वालों पर तुरंत कार्रवाई हो सकें. वहीं, सड़क दुर्घटना के बाद घायलों को अस्पतालों तक पहुंचाया जा सके.
कैमरा लगाने वाली जगह को चिह्नित करने का निर्देश
परिवहन विभाग ने रोड सेफ्टी कार्यक्रम के तहत वैसे सभी जगहों को चिह्नित करने का दिशा – निर्देश जिलों को दिया है, जहां सड़क दुर्घटनाएं अधिक होती हैं. वहीं, सड़कों पर लगे कैमरा को स्थानीय थानों से जोड़ा जायेगा, ताकि दुर्घटना की जानकारी संबंधित थानों को जल्द से जल्द मिल सकें. इसको लेकर डीटीओ स्तर पर सभी थानों को जोड़ने की पूरी प्रक्रिया की जायेगी. इस तरह से सड़क दुर्घटना की पूरी निगरानी की जायेगी और समय से घायलों को अस्पताल तक पहुंचाया जा सकेगा. ऐसे में सही समय पर इलाज नहीं होने की वजह से होने वाली मौतों में कमी आएगी.
रात में बढ़ेगी गश्ती, लाइट का काम पूरा करने का निर्देश
साथ सड़कों पर रात में पुलिस की गश्ती बढ़ायी जायेगी. वहीं, जहां लाइट की व्यवस्था नहीं होगी. उन सभी जगहों पर लाइट लगाया जाये. इस संबंध में संबंधित विभागों को निर्देश दिया गया है, ताकि अंधेरा के कारण सड़क दुर्घटनाएं नहीं हो.