पटना. विधानसभा में नीतीश सरकार के विश्वास मत हासिल करने और मौजूदा स्पीकर राजद के अवध बिहारी चौधरी की कुर्सी बचाने को लेकर रविवार की देर रात हाइ वोल्टेज ड्रामा चला. रात करीब 9.30 बजे पटना जिला प्रशासन और पुलिस के पदाधिकारी अचानक राजद विधायक चेतन आनंद के गायब होने की शिकायत की जांच करने पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के आवास पर पहुंच गये. इसको लेकर काफी अफरा-तफरी का माहौल रहा. बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे इन अधिकारियों ने आवास के अंदर जाकर पूछताछ की और फिर संतुष्ट होकर निकल गयी.
मेरे भाई को ढूढ़िए
आनंद मोहन के छोटे बेटे अंशूमान आनंद ने पाटलिपुत्रा थाना पुलिस से यह शिकायत की थी कि उनके भाई जो शिवहर के विधायक चेतन आनंद हैं वो मीटिंग में शामिल होने गये थे, लेकिन अब तक वे घर नहीं लौटे हैं. मेरे भाई को जबरन कैद करके रखा गया है. उनका मोबाइल भी बंद है. इसलिए विधायक चेतन आनंद की खोजबीन की जाए. अंशूमान आनंद की शिकायत पर पुलिस की टीम तेजस्वी यादव के आवास पर पहुंचे थे. उनकी तेजस्वी यादव और चेतन आनंद से बातचीत की. चेतन आनंद ने पुलिस को बताया कि वो अपनी मर्जी से यहां रूके हैं, जिसके बाद पुलिस की टीम तेजस्वी आवास से बाहर निकली. जिसके बाद पुलिस की टीम को भी वापस बुला लिया गया.
राज्य पुलिस मुख्यालय ने किया अलर्ट जारी
राज्य पुलिस मुख्यालय ने विधायकों की खरीद-फरोख्त को रोकने व उस पर नजर रखने के लिए अलर्ट जारी किया है. पुलिस सूत्रों के अनुसार राज्य भर में पुलिस प्रशासन को अलर्ट किया गया है. यह अलर्ट सोमवार की शाम तक लागू रहेगा. इस दौरान पूरे राज्य में विशेष वाहन जांच अभियान भी संचालित किया जायेगा. पुलिस प्रशासन किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तत्काल कार्रवाई करेंगे. पुलिस सूत्रों के अनुसार विधायकों के साथ मिलने जुलने वालों पर भी नजर रखी जायेगी. हालांकि, इस अलर्ट को लेकर आलाधिकारी कुछ बोलने से परहेज करते रहे.
नित्यानांद ने की जीतनराम मांझी से मुलाकात
वहीं, राजनीतिक माहौल को देखते हुए केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने जीतन राम मांझी से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की. नित्यानंद राय ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी से मुलाकात की. इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने जीतन राम मांझी से फोन पर बात कर उनकी समस्याओं को सुना. इससे पहले भाजपा के तमाम विधायकों को देर शाम बसों से पटना लाया गया. उनके विभिन्न होटलों में ठहरने की व्यवस्था की गयी. जदयू के कुछ विधायकों को भी आर ब्लॉक स्थित एक होटल में ठहराया गया था. कांग्रेस विधायकों को देर शाम अज्ञात स्थान पर भेज दिया गया.