सुमित पटना. बिहार सरकार को चलाने वाले पावर कॉरिडोर यानी आइएएस-आइपीएस लॉबी में बिहार और उत्तर प्रदेश के अधिकारियों का जबर्दस्त दबदबा है. वर्तमान में सूबे को बिहार कैडर के 179 आइएएस और 186 आइपीएस अधिकारी संभाल रहे हैं. इनके गृह राज्य को देखें तो आइएएस के 179 अधिकारियों में 118 यानी लगभग दो तिहाई अधिकारी बिहार (79) और यूपी (39) के हैं. आइपीएस में तो यह संख्या दो तिहाई से भी अधिक है.
बिहार में फिलहाल मौजूद 186 आइपीएस में 139 बिहार (102) और उत्तर प्रदेश (37) राज्यों से आते हैं. इनके अलावा केंद्रीय सिविल सेवा के 13, भारतीय वन सेवा के सात और दूसरे राज्यों से अंतरराज्जीय प्रतिनियुक्ति पर आये छह आइएएस अधिकारी भी बिहार में प्रशासनिक व्यवस्था संभाल रहे हैं. बिहार कैडर के 32 आइएएस और 22 आइपीएस अधिकारी वर्तमान में केंद्रीय प्रतिनियुक्त पर हैं.
बिहार कैडर के कुल 207 आइपीएस अधिकारियों में 102 यानी लगभग आधे मूल रूप से बिहार राज्य से आते हैं. इनमें से 22 के केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर होने की वजह से 185 आइपीएस ही बिहार की विधि-व्यवस्था संभाल रहे हैं. एक आइपीएस को प्रशासनिक सेवा में रखा गया है.
बिहार में सेवा दे रहे आइपीएस अधिकारियों में बिहार के बाद यूपी मूल के 37, झारखंड मूल के 11, पंजाब मूल के 10, राजस्थान मूल के आठ, दिल्ली व तमिलनाडु मूल के सात-सात, आंध्र प्रदेश व महाराष्ट्र मूल के छह-छह, हरियाणा मूल के पांच, ओड़िशा व हिमाचल मूल के दो-दो, जबकि कर्नाटक, उत्तराखंड, बंगाल व जम्मू कश्मीर मूल के एक-एक अफसर शामिल हैं.
दूसरे कैडर के छह आइएएस भी बिहार में अंतरराज्जीय प्रतिनियुक्ति पर, अतिरिक्त प्रभार में चल रहे नौ में से चार (पटना, कोसी, तिरहुत और मुंगेर) प्रमंडल में आयुक्त के पद और 12 जिलों में डीडीसी, 09 नगर निगम में आयुक्त व 12 अनुमंडल में एसडीओ के पद पर आइएएस की पोस्टिंग.
बिहार में पदस्थापित 179 आइएएस अधिकारियों में मात्र तीन राज्य बिहार, झारखंड और राजस्थान के अधिकारी ही दहाई में हैं. 79 अधिकारी मूल रूप से बिहार, 39 यूपी और 14 राजस्थान राज्य से आते हैं. तमिलनाडु से आने वाले सात, झारखंड और पंजाब के पांच-पांच, महाराष्ट्र, कर्नाटक और हरियाणा के चार-चार, गुजरात के तीन, आंध्र प्रदेश, केरल व एमपी के दो-दो, मिजोरम, हिमाचल प्रदेश, नगालैंड, केरल, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, असममेघालय, तेलंगाना व प बंगाल के मात्र एक-एक आइएएस अधिकारी ही बिहार में कार्यरत हैं.