पटना. साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेज और पॉलिटेक्निक में विभागाध्यक्ष और एसोसिएट प्रोफेसर आदि की नियुक्ति बीपीएससी के जरिये की जायेंगी. ये नियुक्तियां केवल इंटरव्यू के जरिये करायी जानी हैं. इसके लिए प्रस्ताव भेजा गया है.
उल्लेखनीय है कि इंजीनियरिंग कॉलेज और पॉलिटेक्निक में करीब चार से पांच हजार तक असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति के लिए भी प्रस्ताव गया हुआ है. उन्होंने बताया कि जल्दी ही प्रदेश के प्रत्येक पॉलिटेक्निक को सेंटर ऑफ एक्सिलेंस में बदल दिया जायेगा.
कॉलेजों के अतिथि शिक्षकों का अधिकतम मासिक मानदेय होगा 50 हजार
प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में अतिथि असिस्टेंट प्रोफेसर का अधिकतम मासिक मानदेय बढ़ा कर 50 हजार रुपये कर दिया जायेगा. अभी यह 25 हजार रुपये है. साथ ही उन्हें एक लेक्चर के लिए एक हजार रुपये की जगह अब 1500 रुपये मिलेंगे.
शिक्षा विभाग इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर रहा है. यदि यह प्रस्ताव को सरकार ने स्वीकार कर लिया तो प्रदेश के कॉलेजों में पढ़ा रहे हजारों अतिथि शिक्षकों को इसका फायदा मिलेगा.
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक प्रदेश के सभी विवि में असिस्टेंट प्रोफेसर के करीब पांच हजार पद खाली हैं.
इसलिए अतिथि शिक्षकों सेवा ली जा रही है. हालांकि, असिस्टेंट प्राेफेसर की नियुक्ति के लिए विश्वविद्यालय सेवा आयोग को रिक्तियां भेजी गयी हैं,लेकिन उन नियुक्तियों में कम-से-कम दो से तीन साल लगेंगे. दरअसल, 60 हजार से अधिक आवेदकों के इंटरव्यू में समय लग जायेगा.
Posted by Ashish Jha