SKMCH में डॉक्टरों को देखते ही क्यों भड़क गए प्रधान सचिव, जानिए अस्पताल के आधुनिकीकरण को लेकर क्या कुछ कहा
प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच (SKMCH) का निरीक्षण किया. इस मौके पर उन्होंने बताया कि मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में नया बर्न वार्ड भवन का निर्माण कराया जायेगा, जो हर तरह की आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा. एसकेएमसीएच के गेट नंबर एक और तीन से 40 फुट चौड़ी सड़क का निर्माण कराया जायेगा.
बिहार: शनिवार को प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच का निरीक्षण किया. इस मौके पर उन्होंने बताया कि मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में नया बर्न वार्ड भवन का निर्माण कराया जायेगा, जो हर तरह की आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा. एसकेएमसीएच के गेट नंबर एक और तीन से 40 फुट चौड़ी सड़क का निर्माण कराया जायेगा. अस्पताल के टूटे बाउंड्री वॉल की भी मरम्मत होगी. और जल्दी ही नेफ्रोलॉजी के डॉक्टर की पोस्टिंग भी की जायेगी. साथ ही बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई शुरू होगी. ये सभी बातें शनिवार को एसकेएमसीएच पहुंचे प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहीं.
डेंटल वार्ड के डॉक्टर के जवाब से असंतुष्ट दिखे
प्रधान सचिव ने एसकेएमसीएच के सभी वार्डों का निरीक्षण किया. इस दौरान ओपीडी में कई डॉक्टर बिना एप्रन के दिखे. उन्हें फटकार लगाते हुए प्रधान सचिव ने कहा कि वे एप्रोन में ही रहें. ओपीडी के निरिक्षण के बाद उन्होंने डेंटल वार्ड का भी निरीक्षण किया. डेंटल वार्ड में मशीन ठीक से काम नहीं कर रही थी. साथ ही वार्ड में अन्य कई जरूरी उपकरणों की भी कमी दिखी. प्रधान सचिव डेंटल वार्ड के डॉक्टर के जवाब से असंतुष्ट दिखे. जो डॉक्टर उपस्थिति नहीं थे, उनका उन्होंने सीएल रजिस्टर दिखाने के लिए कहा, सीएल रजिस्टर देखने पर कई डॉक्टरों की हाजिरी नहीं बनी थी. इसके बाद उन्होंने अनुपस्थित डॉक्टर पर कार्रवाई करने की बात कही. जाते-जाते उन्होंने अस्पताल के व्यवस्थित संचालन पर जोर दिया और हर तरह की अव्यवस्था जल्दी से जल्दी दूर करने को कहा.
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अधिकतर वार्डों के बाहर मरीज के परिजन फर्श पर बैठे दिखे
इसके बाद प्रधान सचिव एक्स-रे वार्ड में निरीक्षण करने पहुंचे. वार्ड में फैली गंदगी देख कर उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को फटकार लगायी. अधिकतर वार्डों के बाहर मरीज के परिजन फर्श पर बैठे दिखे. इस पर मरीज के परिजनों के बैठने के लिए सभी वार्डों के बाहर कुर्सी की व्यवस्था करने का निर्देश दिया. साथ ही अस्पताल परिसर के कई खिड़की और दरवाजे टूटे हुए थे, जिनकी मरम्मत के लिए भी निर्देश दिये. इसके साथ ही अस्पताल परिसर में गुटखा खाने पर प्रतिबंध लगाने के भी निर्देश दिये.