कैसे सुधरेगी बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था? गया के अस्पताल में बंद मिले सभी कमरे, मौजूद था बस एक डेंटिस्ट
गया के मोहड़ा प्रखंड की नौ पंचायतों के मुखियाओं ने सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कजूर का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान अस्पताल के सभी कमरे बंद पाये गये. तीन मंजिला अस्पताल में ऊपर से नीचे तक सभी कमरे डेढ़ बजे ही बंद मिले.
गया के मोहड़ा प्रखंड की नौ पंचायतों के मुखियाओं ने सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कजूर का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान अस्पताल के सभी कमरे बंद पाये गये. तीन मंजिला अस्पताल में ऊपर से नीचे तक सभी कमरे डेढ़ बजे ही बंद मिले. इसे देख कर मुखिया हैरान रह गये. जानकारी देते हुए उतरी कजूर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि रवींद्र भारती ने बताया कि सोमवार को मुखिया संघ की बैठक कजूर में हुई थी. सभी सदस्यों ने पंचायत स्तर पर साल भर बीत जाने के बाद भी एएनएम के साथ मुखिया के संयुक्त खाते नहीं खुलने के संबंध में आवाज उठायी. इसके बाद सभी मुखिया सीएचसी प्रभारी से मिलने के लिए अस्पताल पहुंचे, पर वहां की स्थिति देख कर सब अवाक रह गये.
तीन मंजिला अस्पताल में मौजूद था बस एक डेंटिस्ट
अस्पताल में डेढ़ बजे दिन में सभी कर्मचारी गायब थे. सिर्फ एक डेंटिस्ट काफी देर बाद तीन मंजिला इमारत से निकले. बताया कि अस्पताल में सिर्फ मेरी ड्यूटी है. अन्य लोग कहां हैं? यह पूछने पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. मुखिया ने बताया कि उन्हें निरीक्षण के दौरान पता चला कि पदस्थापित प्रभारी माह में एक दो दिन ही आते हैं. उनकी अनुपस्थिति में हेल्थ मैनेजर सहित सभी कर्मचारी हमेशा गायब रहते हैं. इलाज के नाम पर रोगियों को सिर्फ रेफर कर दिया जाता है. दर्जनों बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने इसकी शिकायत दर्ज करायी, पर कार्रवाई आज तक नहीं हो पायी है.
वरीय अधिकारियों को दी चुकी है जानकारी, अब तक नहीं हुई कार्रवाई
अतरी विधायक अजय यादव ने इस संबंध में कई बार जिले के वरीय अधिकारियों को जानकारी दी है. पर, दोषी चिकित्सकों व फरार कर्मचारियों पर कोई कार्रवाई नहीं होती है. मुखिया संघ की अध्यक्ष शिल्पी सिंह ने बताया कि डीएम से मिल कर मोहड़ा अस्पताल में व्याप्त अनियमितता और भ्रष्टाचार दूर करने की मांग की जायेगी. मौके पर दरियापुर मुखिया नरेश पंडित, सेवतर नवीन कुमार विद्यार्थी, पिंटूस रविदास, विमला देवी समेत अन्य मुखिया मौजूद रहे.