पटना. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं के विकास अैर विस्तार के लिए लगभग 370 करोड़ की 13 विविध परियोजनाओं की मंजूरी दी गयी है. इसमें राज्य के 11 जिलों में अस्पतालों के भवन एवं छात्रावास का निर्माण होगा. पांच जिलों में मातृ एवं शिशु अस्पताल का निर्माण किया जायेगा. साथ ही छह सदर अस्पतालों का माॅडल अस्पताल के रूप में उन्नयन किया जायेगा.
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि चिकित्सकीय सेवाओं को और भी मजबूत आधार प्रदान करने के लिए जिन जिलों की योजनाओं को मंजूरी दी गयी है, उनमें समस्तीपुर, जहानाबाद, वैशाली, औरंगाबाद, सहरसा, मधुबनी, अररिया, भोजपुर, सीतामढ़ी, बांका और भागलपुर शामिल हैं.
विभाग ने समस्तीपुर जिले के सरायरंजन में जेनरल नर्सिंग एंड मिडवायफरी(जीएनएम), पारा मेडिकल एवं बीएससी नर्सिंग काॅलेज व छात्रावास भवन के निर्माण के लिए 49.82 करोड़ की स्वीकृति दी है. इसी प्रकार जहानाबाद में 191 बेडों के शहीद जगदेव प्रसाद सदर अस्पताल के भवन निर्माण के लिए 93.53 करोड़ की मंजूरी दी गयी है.
उन्होंने बताया कि वैशाली सदर अस्पताल को माॅडल अस्पताल के रूप में विकसित कर 100 बेड वाले मातृ-शिशु अस्पताल के निर्माण के लिए 34.56 करोड़ और इसी तर्ज पर औरंगाबाद सदर अस्पताल के लिए 33.64 करोड़ की स्वीकृति दी गयी है.
समस्तीपुर सदर अस्पताल में 100 बेडों के मातृ-शिशु अस्पताल के लिए 20.45 करोड़ और भागलपुर सदर अस्पताल तथा जहानाबाद जिले के मखदुमपुर रेफरल अस्पताल में 30-30 बेडों के मातृ-शिशु अस्पताल के निर्माण के लिए क्रमशः 2.59 करोड़ और 2.58 करोड़ की स्वीकृति दी गयी है.
श्री पांडेय ने बताया कि छह सदर अस्पतालों को माॅडल अस्पताल के रूप में उन्नयन के कार्य के लिए राशि की मंजूरी दी गयी है. इसके तहत सहरसा सदर अस्पताल को माॅडल अस्पताल के रूप में उन्नयन कार्य के लिए 27.56 करोड़, मधुबनी के लिए 25.48 करोड़, अररिया के लिए 22 करोड़, भोजपुर के लिए 20.30 करोड़, सीतामढ़ी के लिए 19.61 करोड़ और बांका सदर अस्पताल को माॅडल अस्पताल के रूप में उन्नयन कार्य के लिए 17.34 करोड़ की मंजूरी दी गयी है.
आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय पार्ट-2 कार्यक्रम के अंतर्गत स्वीकृत रियोजनाओं का शिलान्यास शीघ्र किया जायेगा.
Posted by Ashish Jha