तख्त साहिब के मुख्य ग्रंथी की गर्दन में कैसे घुसा कृपाण,अब तक स्पष्ट नहीं,सेवादारों ने की जांच की मांग
घटना कैसे हुई, यह स्पष्ट नहीं हो सका है. चर्चा है कि सुबह बाथरूम से आने के बाद वह अपने कमरे में गये और खुदकुशी का प्रयास किया.
पटना सिटी. तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब के मुख्य ग्रंथी भाई राजेंद्र सिंह की गर्दन में गुरुवार को कृपाण घुस गया. गंभीर रूप से जख्मी भाई राजेंद्र सिंह का पीएमसीएच में इलाज चल रहा है. हालांकि, घटना कैसे हुई, यह स्पष्ट नहीं हो सका है. चर्चा है कि सुबह बाथरूम से आने के बाद वह अपने कमरे में गये और खुदकुशी का प्रयास किया.
जख्मी मुख्य ग्रंथी को पहले गुरु गोविंद सिंह अस्पताल लाया गया, वहां से उन्हें पीएमसीएच रेफर कर दिया गया. अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ अलख प्रसाद ने बताया कि गले के पास नस कटने से उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. प्राथमिक इलाज के बाद ऑक्सीजन सिलिंडर के साथ उन्हें पीएमसीएच भेजा गया.
लंगर हॉल के पीछे रहते हैं पत्नी के साथ
वृद्ध मुख्य ग्रंथी पत्नी के साथ लंगर हॉल के पीछे बने कमरे में रहते हैं. सेवादारों की मानें, तो गुरुवार की सुबह लगभग आठ बजे उनके जख्मी होने की खबर मिली. घटना के वक्त उनकी पत्नी दूसरे कमरे थी. कुछ देर बाद जब वह मुख्य ग्रंथी के कमरे से लौटीं, तो देखा कि वह बेड पर खून से लथपथ पड़े हैं. घटना का कोई चश्मदीद नहीं है. मुख्य ग्रंथी पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे.
खुद ही कटार से गर्दन पर किया वार : महासचिव
प्रबंधक कमेटी के महासचिव इंद्रजीत सिंह ने बताया कि सेवादारों से उन्हें जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार मुख्य ग्रंथी ने कटार से खुद ही अपनी गर्दन पर वार किया है. महासचिव ने बताया कि बीमारी की वजह से वह दरबार साहिब की सेवा में भी शामिल नहीं हो पा रहे थे.
परिवार की ओर से नहीं दी गयी पुलिस को सूचना
एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि परिवार की ओर से उन्हें कोई लिखित सूचना नहीं दी गयी है. इस संबंध में औपचारिक रूप से मामला प्रतिवेदित नहीं हुआ है. सेवादारों की ओर से मिली सूचना के आधार पर चौक थाने की पुलिस मामले की जांच के लिए तख्त साहिब गयी थी. पुलिस की मानें तो प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आयी है कि मुख्य ग्रंथी ने तेज हथियार से खुद अपने गले पर प्रहार किया है.
सेवानिवृत्ति पर भी हुआ था विवाद
प्रबंधक कमेटी ने विजयादशमी के दिन मुख्य ग्रंथी भाई राजेंद्र सिंह और कुछ अन्य लोगों की सेवानिवृत्ति की घोषणा की थी. इस पर विवाद हो गया था. सदस्यों द्वारा इसका विरोध किये जाने पर पदधारकों के साथ झड़प भी हुई थी.
सेवादारों में आक्रोश, जांच की मांग
सेवादार समाज कल्याण समिति के मुख्य संरक्षक त्रिलोक सिंह निषाद व अध्यक्ष बलराम सिंह ने मुख्य ग्रंथी के साथ हुई घटना पर दुख जताया है. उन्होंने प्रशासन से मामले की जांच कराने की मांग की है. इनका आरोप है कि प्रबंधक कमेटी के पदधारकों द्वारा उन्हें लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है. इसी कारण यह घटना हुई है.