उदाकिशुनगंज के एचएस कॉलेज का होगा कायाकल्प, पांच करोड़ की लागत से बनेगा नया भवन

कॉलेज के आधारभूत संरचना के विकास के लिए पांच करोड़ की राशि की मंजूरी दी गई है

By Prabhat Khabar News Desk | January 5, 2025 6:25 PM
an image

-पीएम उषा योजना से मिली है स्वीकृति- -वर्ग कक्ष के अलावे बनेगा सेमिनार हॉल, परीक्षा भवन, शिक्षक व कर्मचारी कक्ष भी- उदाकिशुनगंज . उदाकिशुनगंज अनुमंडल मुख्यालय के एक मात्र सरकारी हरिहर साहा महाविद्यालय की अब सूरत बदलने वाली है. कॉलेज की जर्जर भवन से लेकर आधारभूत संरचना का विकास होगा. पांच करोड़ की राशि से कॉलेज परिसर में नया भवन का निर्माण होगा. जिसमें सेमिनार हॉल, परीक्षा हॉल का भी निर्माण होगा. इस भवन में शिक्षक व कर्मचारियों के लिए भी सुविधा उपलब्ध होगी. कॉलेज के आधारभूत संरचना के विकास के लिए पांच करोड़ की राशि की मंजूरी दी गई है. पीएम उषा योजना के अंतर्गत हरिहर साहा महाविद्यालय का चयन किया गया है. योजना के तहत कॉलेज के चयन होने से जहां कॉलेज की सूरत बदलेगी. कॉलेज के शिक्षक व कर्मियों में हर्ष है. इधर कॉलेज के प्राचार्य ने बताया कि पीएम उषा योजना से कॉलेज को पांच करोड़ की राशि आधारभूत संरचना के विकास के लिए मंजूरी मिली है. जिससे अब कॉलेज का विकास होगा. कॉलेज फिर से भव्य रूप में तैयार होगा. -68 साल पुराना और एकमात्र है सरकारी कॉलेज- अनुमंडल मुख्यालय स्थित हरिहर साहा महाविद्यालय 69 साल पुराना है. बताया जाता है कि कॉलेज की स्थापना वर्ष 1956 में हुई, तबसे कॉलेज उपेक्षा का दंश झेल रहा है. यहां के लोगों का दुर्भाग्य है कि इस कॉलेज पर किसी भी सरकार की नजर नहीं पड़ रही थी. जो इसका कायापलट कर सके. वही शिक्षा से जुड़े लोग बताते हैं कि 1956 से लेकर 1980-85 तक कॉलेज अनुमंडलवासियों के लिए शान हुआ करता था. लेकिन उसके बाद कॉलेज मानो जैसे गर्क में ही जाता चला गया. जहां कॉलेज की जमीन है, वहां कॉलेज प्रशासन के वजह से कई लोग कब्जा जमा कर बैठे हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले कॉलेज में छात्रों के बैठने लिए अच्छी व्यवस्था थी, लेकिन हरिहर साहा महाविद्यालय में वर्ग संचालन के लिए उपयुक्त रूप से कमरे के साथ विषय के अनुसार शिक्षक भी उपलब्ध नहीं है. जबकि महाविद्यालय में लगभग तीन हजार छात्र-छात्राएं नामांकित है. जो कॉलेज में फॉर्म भरते वक्त ही नजर आते हैं. कॉलेज के सभी कमरे पूर्णत: जर्जर हो चुके हैं. लेकिन अब नए भवन बनाए जाने के बाद फिर से महाविद्यालय में रौनक लौटेगी. -जर्जर भवन से मिलेगी निजात- विगत वर्ष पूर्व भी हरिहर साहा महाविद्यालय के जर्जर भवन का निर्माण कार्य शुरु होने पर छात्र-छात्राओं समेत शिक्षक-कर्मियों में कॉलेज के नए भवन बनने की उम्मीद के साथ खुशी जगी थी. निर्धारित निर्माण कार्य फंड के इंतजार में शुरु नहीं हो सका. अब पीएम उषा योजना से राशि स्वीकृत होने पर एक बार फिर निर्माण कार्य की उम्मीद जगी है. वर्षों से इस कॉलेज के विकास के लिए लोग उम्मीद जगाए हुए थे. अब इसके स्वीकृति से लोगों में नई उम्मीद जगी है. इस कॉलेज का भवन बन जाने के बाद काफी सुविधा होगी. वही पुराने और जर्जर भवन से भी निजात मिल जाएगी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version