बिहार के कैमूर जिले के रामगढ़ में गुरुवार की सुबह आसमान से बरसती आग व तेज लू के चल रहे थपेड़ों के बीच प्रखंड क्षेत्र के कुल चार अलग अलग जगहों पर खड़े गेहूं की फसल में आग लग गयी. आग लगने से सैकड़ों बीघे की फसल जलकर राख हो गयी. सूचना पर पहुंची दमकल व लोगों की मदद से किसी तरह आग पर काबू पाया गया. तब तक सैकड़ों बीघे गेहूं की फसल जलकर खाक हो गयी थी. प्राप्त जानकारी के अनुसार, तरोइया गांव के बधार में खेतों के ऊपर से गुजरे तार के टकराने से निकली चिनगारी ने गेहूं की फसल में आग लगा दी और देखते ही देखते आग की लपटें गगन को छूती दिखने लगी.
लपटें इतनी तेज थी कि आग पर काबू पाना काफी मुश्किल था. इधर खेत से आग की तेज उठती लपटों को देख महुवर, तरोइया व सराय गाव के किसान अपने अपने हाथों में बाल्टी, हरे पौधे की टहनियों को तोड़ते हुए बधार में आग बुझाने के लिए निकल पड़े. इधर एक किसान द्वारा घटना की जानकारी रामगढ़ सीओ अर्चना कुमारी को देते हुए थाने में मौजूद छोटे दमकल वाहन कर्मी को दिया. मौके पर लगभग 30 मिनट के भीतर दमकल वाहन के साथ सीओ हल्का कर्मचारी के साथ पहुंची व आग से राख हुए फसलों का जायजा लेते हुए कर्मचारी को जल्द से जल्द आगलगी की रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया.
इधर गेहू की फसल में अगलगी की दूसरी घटना सिसौड़ा-किशनपुरा गाव के बीच ट्यूबवेल के समीप बधार में लगी. आग से गांव के किसान विपिन पांडेय के 25 बीघे खेत की खड़ी गेहू की फसल जलकर राख हो गयी. पंचायत के मुखिया प्रदीप कुशवाहा द्वारा जब दमकल वाहन के कर्मी को फोन लगाया गया. तो वाहन कर्मी तरोइया गांव के बधार में आग बुझा रहा था. तीसरी घटना सुल्तानपुर व सियरुआ गांव के बधार में गेहू की फसल में आग लगने से दर्जनों बीघे की खड़ी फसल जलकर राख हो गयी. रामगढ़ से मौके पर पहुंचे दमकल कर्मी द्वारा आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया. किंतु तेज लपटों पर काबू पाने में दमकल कर्मी विफल रहे. इधर घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे प्रमुख संतोष कुमार व महुवर पंचायत के मुखिया बेचन शर्मा द्वारा आग से राख हुए तरोइया व सराय गाव के किसानों के गेहूं की फसल का सर्वे गांव में घूमकर किया गया.
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सर्वे के अनुसार तरोइया गांव के वार्ड संख्या पांच के सदस्य राधे के पांच बीघा फसल, रामाशीष 20 बीघा, मुन्ना सिंह 17 बीघा, पप्पू राजभर तीन बीघा, अभय सिंह सात बीघा, मृत्युंजय सिंह 30 बीघा, रामदरस पासवान एक बीघा, ललन सिंह 20 बीघा, संग्राम प्रजापति पांच बीघा, ओम प्रकाश सिंह दो बीघा, धीरेंद्र सिंह चार बीघा, नरेंद्र सिंह तीन बीघा, बबन सिंह 12 बीघा, बलीस्टर दो बिघा, सुरेंद्र सिंह दो बीघा, राजकिशोर सिंह आठ बीघा, मुसाफिर तीन बीघा, बृजभूषण 10 बीघा, सुदर्शन सिंह तीन बीघा, कमलेश सिंह दो बीघा, राजनाथ राय चार बीघा, वीरेंद्र सिंह तीन बीघा, वहीं सराय गांव के महेंद्र सिंह 28 बीघा, जयनाथ खरवार 12 व तीन अन्य किसानों के 13 बीघे गेहूं की फसल जलने की रिपोर्ट बनायी गयी है.
इस संबंध में सीओ अर्चना कुमारी ने बतायी कि तरोइया गांव के बधार में आग से ज्यादातर गेहू के डंठल जले है फसल नहीं. जिस वक्त मैं वहां पहुंची थी. उस वक्त खेत में गेहू के डंठल जल रहे थे. जिसका फ़ोटो व वीडियो मेरे पास है. कर्मचारी को जले फसल की जांच कर रिपोर्ट के लिए बोला गया है. रिपोर्ट आने पर ही जले हुए फसलों का सही आकलन हो पायेगा.