काम आयी पति की प्रेरणा, पुलिस अफसर बन गयी घर की दुल्हनियां
स्थानीय थाना क्षेत्र अंतर्गत बंशीपुर पंचायत के मेदनीचौकी बाजार के करुणा कुमारी पति मिथिलेश कुमार ने दरोगा बन अपने गांव व क्षेत्र का नाम रोशन किया. करुणा कुमारी ने गुरुवार को बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग के द्वारा आयोजित दरोगा की परीक्षा में उत्तीर्ण हुई.
मेदनीचौकी/बड़हिया. स्थानीय थाना क्षेत्र अंतर्गत बंशीपुर पंचायत के मेदनीचौकी बाजार के करुणा कुमारी पति मिथिलेश कुमार ने दरोगा बन अपने गांव व क्षेत्र का नाम रोशन किया. करुणा कुमारी ने गुरुवार को बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग के द्वारा आयोजित दरोगा की परीक्षा में उत्तीर्ण हुई.
करुणा हाईस्कूल की शिक्षा उच्च विद्यालय माणिकपुर और स्नातक की शिक्षा इंटरनेशनल कॉलेज घोसैठ से पूरी की. पति मिथिलेश कुमार पहले से उत्पाद दारोगा के पद पर हैं. पति की प्रेरणा काम आई और खुद भी घर की दुल्हनियां से पुलिस अफसर बन गयी. इनके सफल होने पर पिता उमेश प्रसाद महतो, ससूर कृष्णानंद महतो, माता रामदुलारी देवी आदि क्षेत्र के बुद्धिजीवियों व शुभचिंतकों ने बधाई दी है.
एक गृहिणी का दारोगा बन जाना
बिल्कुल ग्रामीण परिवेश में पली बढ़ी और पढ़ी करुणा की शादी 2008 में ही हुई. इस बीच दो बच्चे भी हुए. परिवार का बोझ एक गृहिणी के रूप में अपने कंधे पर लेकर चली लेकिन लक्ष्य को हमेशा साधे रही. उनकी इस सफलता पर मायके कोनीपार में भी खुशियां है. बच्चे भी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.
करुणा कुमारी ने दो बच्चों की माता रहते हुए गृहस्थ जीवन के साथ अपनी मेहनत और लगन से घर में रहकर अध्ययन कर दरोगा के ये महत्वपूर्ण पद को प्राप्त की है. इनके पति मिथिलेश कुमार दरोगा के पद पर मोतिहारी में पोस्टेड हैं.
दूसरे प्रयास में सफल हुई प्रियंका
दूसरी ओर नगर पंचायत क्षेत्र की पुत्री प्रियंका कुमारी ने दूसरे प्रयास में दरोगा में सफलता प्राप्त कर बड़हिया व अपने माता-पिता का मान बढ़ाया है. बड़हिया नगर पंचायत के वार्ड नंबर चार रामचरण टोला निवासी किसान सुनील कुमार शर्मा की पुत्री प्रियंका कुमारी ने दरोगा की परीक्षा पास कर शारीरिक परीक्षा में भी सफल रही.
पिता की दयनीय आर्थिक स्थिति को देख प्रियंका ने काफी परिश्रम कर पढ़ाई लिखाई की और दूसरे प्रयास में सब इंस्पेक्टर की परीक्षा पास कर ली.प्रियंका आगे बीपीएससी की परीक्षा पास कर अधिकारी बनने का सपना लेकर चल रही है. प्रियंका ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, गुरु एवं स्वजनों तथा मित्रों को दिया है.
Posted by Ashish Jha