पटना के जक्कनपुर थाने की जनार्दन गली लेन में अशोक कुमार के मकान में किराये पर रहने वाले उमेश पासवान ने पत्नी सुनीता कुमारी के सुसाइड करने के बाद शव को बोरे में बांध कर दीघा के जेपी सेतु गंगा ब्रिज से गंगा नदी में फेंक दिया. इस मामले में पुलिस ने उमेश पासवान को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. यह मूल रूप से जट डुमरी का रहने वाला है.
सुनीता का मायका दानापुर में है और चार माह पहले ही उसकी शादी उमेश पासवान से हुई थी. दोनों ने प्रेम विवाह किया था. लेकिन शादी के बाद से ही उमेश अपनी पत्नी को 2.50 लाख दहेज के लिए प्रताड़ित कर रहा था, ताकि कोई और व्यवसाय कर सके. अचानक ही सुनीता 23 जून को गायब हो गयी और उसका मोबाइल फोन स्विच ऑफ हो गया. इसके बाद सुनीता के परिजनों को चिंता सताने लगी और वे लोग जक्कनपुर स्थित उसके किराये के घर पर पहुंचे. लेकिन सुनीता वहां भी नहीं मिली, तो उमेश ने उन लोगों को बताया कि वह कहीं बिना बताये चली गयी है. लेकिन परिजनों को विश्वास नहीं हुआ और उमेश पासवान के खिलाफ जक्कनपुर थाने में दहेज हत्या का केस दर्ज कराते हुए शव को गायब करने की शंका जतायी.
पुलिस सक्रिय हुई और उमेश पासवान को पकड़ लिया. इसके बाद जब कड़ाई से पूछताछ की गयी, तो उसने बताया कि 23 जून को वह घर पर नहीं था. इसी दौरान पत्नी सुनीता ने फांसी के फंदे में झूलकर अपनी जान दे दी. इससे वह काफी डर गया और उसके शव को बोरे में रख कर टेंपो से जेपी सेतु पुल ले गया. इसके बाद शव को गंगा नदी में फेंक कर चला आया. उमेश पासवान के पास एक टेंपो है और वह उसे चलवाता है. खुद वह मजदूरी का काम करता है. पुलिस ने उसकी टेंपो भी जब्त कर ली है.
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जक्कनपुर थानाध्यक्ष सुदामा प्रसाद सिंह ने बताया कि पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. परिजनों ने दहेज हत्या का केस दर्ज कराया है और उसके तहत कार्रवाई की जा रही है.