पैसा नहीं दिया, तो बूढ़ी मां को ही खींचनी पड़ी ट्रॉली
पटना. पीएमसीएच में ट्रॉली खींचने वालों की मनमानी देखने को मिल रही है. हाल यह है कि मरीजों के परिजन आरोप लगा रहे हैं कि ट्रॉली मैन मरीज को कहीं लाने ले जाने के लिये पैसे मांगते हैं. पैसे नहीं देने पर वे ट्राॅली खींचने से मना कर देते हैं.
पटना. पीएमसीएच में ट्रॉली खींचने वालों की मनमानी देखने को मिल रही है. हाल यह है कि मरीजों के परिजन आरोप लगा रहे हैं कि ट्रॉली मैन मरीज को कहीं लाने ले जाने के लिये पैसे मांगते हैं. पैसे नहीं देने पर वे ट्राॅली खींचने से मना कर देते हैं. कई बार गरीब मरीज या उसके परिजनों को देख ट्रॉली मैन ट्रॉली तो दे देते हैं. लेकिन, ट्रॉली खींचने से इन्कार कर देते हैं. सीधे-सादे परिजनों को समझा देते हैं कि खुद ट्रॉली पर अपने मरीज को ले जाना होगा. इसका नतीजा यह देखने को मिल रहा है कि बुजुर्ग महिला को भी ट्रॉली खींच कर ले जाना पड़ता है.
शनिवार को पीएमसीएच में अपने बेटे का इलाज कराने आयी दुलारी देवी फ्लू कॉर्नर से इमरजेंसी के पास तक ट्रॉली खींचती नजर आयी. उनके बेटे का पैर टूट गया था और इसके बाद वे यहां आयी थी. बुजुर्ग महिला दोपहर की धूप में ट्रॉली को पीएमसीएच की टूटी सड़कों पर खींचती नजर आयी.
प्रभात खबर से बातचीत में दुलारी देवी ने बताया कि डॉक्टर ने बेटे की कोरोना जांच लिखी है, इसे कराने के लिए ट्रॉली पर बेटे को ले जाना मजबूरी थी. जांच का सैंपल देकर लौट रही हूं, ट्रॉली मैन ने कहा कि ये लो ट्रॉली और खुद फ्लू कॉर्नर तक जाओ़ इस बारे में पीएमसीएच अधीक्षक डॉ बीके कारक ने बताया कि ट्रॉलीमैनों की मनमानी को रोकने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जायेगी. अगर कोई भी ट्रॉलीमैन रुपये मांगता है, तो इसकी शिकायत अधीक्षक कार्यालय में करें. उन्होंने कहा कि इस तरह की शिकायतों को तुरंत दूर किया जायेगा.
posted by ashish jha