पटना. इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में अब जानवर की जगह कंप्यूटराइज्ड मशीनों पर दवाओं पर रिसर्च किया जायेगा. इसके लिए संस्थान में कंप्यूटराइज्ड लैब बनाया गया है, जहां आर्टिफिशियल टेस्ट शुरू किया गया है.
मंगलवार को आइजीआइएमएस में फॉर्माकॉलोजी विभाग की ओर से नेशनल सेमिनार का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन संस्थान के निदेशक डॉ एनआर विश्वास व कोलकाता के डॉ शांतनु त्रिपाठी ने किया.
जानकारी देते हुए संस्थान के फॉर्मोकोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ हरिहर दीक्षित ने कहा कि कंप्यूटराइज्ड लैब से पहले संस्थान में जानवरों के ऊपर दवाओं के सही या गलत के बारे में रिसर्च किया जाता था.
ऐसे में कई बार जानवरों की मौत भी हो जाती थी. लेकिन अब लैब में नयी मशीन आ जाने से दवाओं के बारे में जानकारी मिल जायेगी. इसके बाद जानवरों के ऊपर दवाओं का रिसर्च किया जायेगा. ऐसे में रिसर्च के दौरान जानवर की मौत नहीं होगी.
Posted by Ashish Jha