इग्नू का 37वां दीक्षांत समारोह: मनोविज्ञान में वैशाली बनी टॉपर, उपराष्ट्रपति ने किया सम्मानित

राजधानी पटना के इग्नू क्षेत्रीय केंद्र का दीक्षांत समारोह प्रेमचंद रंगशाला में आयोजित किया गया. मौके पर छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए नालंदा खुला विवि के कुलपति प्रो केसी सिन्हा ने कहा कि स्टूडेंट्स जो भी क्षेत्र चुनें, उसमें चमत्कार करें.

By Anand Shekhar | February 21, 2024 12:00 AM

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) भवन नयी दिल्ली में मंगलवार को इग्नू के 37वें दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया. दीक्षांत समारोह में भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड इग्नू मुख्यालय में आयोजित समारोह के मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहे. उन्होंने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि ‘ नवाचार अलग तरह से सोचने पर आता है. छात्र केवल सरकारी नौकरी के भरोसे न रहें. छात्रों को सरकारी नौकरी प्रतियोगी परीक्षाओं से परे भी सोचना चाहिए और अन्य अवसरों का पता लगाना चाहिए, आज के समय में कुछ अवसर प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं’. राजधानी पटना के इग्नू क्षेत्रीय केंद्र का दीक्षांत समारोह प्रेमचंद रंगशाला में आयोजित किया गया.

देश में हर दरवाजे तक इग्नू ने पहुंचाया शिक्षा : प्रो केसी सिन्हा

राजधानी पटना के इग्नू क्षेत्रीय केंद्र का दीक्षांत समारोह प्रेमचंद रंगशाला में आयोजित किया गया. मौके पर छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए नालंदा खुला विवि के कुलपति प्रो केसी सिन्हा ने कहा कि स्टूडेंट्स जो भी क्षेत्र चुनें, उसमें चमत्कार करें. शिक्षा ही आपको बेहतर मुकाम दिलायेगी. स्टूडेंट्स अपने लक्ष्य को पाने के लिए मेहनत करें. अपना देश युवाओं का देश है. यही हमारी असली पूंजी है. स्टूडेंट्स किताबें पढ़ने की आदत डालें. पढ़ने की कोई उम्र नहीं होती है. देश में हर दरवाजे तक शिक्षा पहुंचाने में इग्नू के प्रयासों की जितनी सराहना की जाये कम है.

राष्ट्रीय शिक्षा नीति को आगे बढ़ाने में इग्नू की भूमिका अहम

प्रो केसी सिन्हा कहा कि इग्नू एक साथ 39 क्षेत्रीय केंद्रों पर दीक्षांत समारोह आयोजित कर रहा है. इसमें बिहार के पटना, दरभंगा और सहरसा तीन केंद्र भी शामिल हैं. दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से सकल नामांकन अनुपात को बढ़ाने में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) काफी प्रभावशाली शैक्षणिक संस्थान है. वहीं पूरे देश में एक साथ तीन लाख से अधिक डिग्रियां एक दिन में छात्रों को बांटना कोई आसान काम नहीं है. इग्नू ऐसा कर दिखाया है. वहीं, राष्ट्रीय शिक्षा नीति को आगे बढ़ाने में इग्नू अहम भूमिका निभा रही है. प्रो सिन्हा ने कहा कि शिक्षा के पारंपरिक और दूरस्थ शिक्षा के तरीके की समानता पर जोर दिया.

प्रो जी राम रेड्डी को मिला र्स्वण पदक, वैशाली हुईं सम्मानित

दीक्षांत समारोह में पटना केंद्र से 18075 छात्र-छात्राओं को डिग्री व डिप्लोमा की उपाधी दी गयी. मौके पर 929 स्टूडेंट्स ने डिग्रियां प्राप्त की. वहीं टीपीएस कॉलेज केंद्र की छात्रा वैशाली को उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मनोविज्ञान में टॉपर बनने पर सम्मानित किया. इसके अलावा सामाजिक संकाय में सबसे अधिक अंक लाने पर प्रो जी राम रेड्डी र्स्वण पदक उपाधि दी गयी.

सभी डिग्रियां डीजी लॉकर में भी उपलब्ध : डॉ अभिलाष नायक

पटना केंद्र के वरीय क्षेत्रीय निदेशक डॉ अभिलाष नायक ने वर्ष 2023-2024 के लिए क्षेत्रीय केंद्र पटना की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की. उन्होंने बताया कि सभी सफल छात्रों की डिग्री डीजी लॉकर भी उपलब्ध करा दी गयी. ब्लॉक चैन मेथड से एक साथ सभी छात्रों के इमेल में डिग्री भेज दी गयी. इग्नू में हाउस वाइफ और वर्किंग लोगों के लिए कई कोर्स चलाए जा रहे हैं. मौके पर इग्नू क्षेत्रीय केंद्र के सभी अधिकारी व पदाधिकारी मौजूद रहे.

नवाचार अलग तरह से सोचने पर आता है: उपराष्ट्रपति

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) का 37वां दीक्षांत समारोह का मुख्य कार्यक्रम इग्नू परिसर, मैदान गढ़ी, नयी दिल्ली में आयोजित किया गया. इस समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए. समारोह में उपराष्ट्रपति धनखड़ दीक्षांत भाषण दिया. इस भाषण में छात्र व छात्राओं को शिक्षा से संबंधित कई बड़ी बातों के साथ छात्रों को सकारात्मक रहने की बातें कहीं. उपराष्ट्रपति ने छात्रों को कोचिंग से आगाह करते हुए कहा कि कोचिंग कक्षाएं हकीकत में बौद्धिक प्रदर्शन के बजाय ‘यथास्थिति’ का उदाहरण हैं और उन्हें याद दिलाया कि नवाचार अलग तरह से सोचने पर आता है. उन्होंने अपने भाषण में कहा छात्र केवल सरकारी नौकरी के भरोसे न रहें. छात्रों को सरकारी नौकरी प्रतियोगी परीक्षाओं से परे भी सोचना चाहिए और अन्य अवसरों का पता लगाना चाहिए, आज के समय में कुछ अवसर प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं.

प्रतिदिन मन की सफाई कर नकारात्मकता से बनाएं दूरी

धनखड़ ने युवाओं को संदेह और असुरक्षाओं को दूर करने और इसके बजाय महान विचारों के लिए दिमाग को पार्किंग स्थल के रूप में उपयोग करने की सलाह दी.  उन्होंने छात्रों को  प्रतिदिन मन की सफाई करने और नकारात्मकता को दूर करने साथ ही बिना किसी डर के अच्छे विचारों को अपने अंदर लाने पर जोर दिया. दीक्षांत समारोह का मुख्य कार्यक्रम ज्ञान दर्शन चैनल पर सीधा प्रसारित किया गया. यह समारोह देशभर के 39 क्षेत्रीय केन्द्रों में एक साथ आयोजित किया गया था. कुल मिलाकर 308605 छात्रों ने विभिन्न विषयों में डिग्री, डिप्लोमा प्राप्त किया, जिनमें से 35 छात्रों ने संबंधित विषयों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए स्वर्ण पदक प्राप्त किये. विभिन्न श्रेणियों में मेधावी छात्रों को नकद पुरस्कार भी दिये गये.

छात्रों से बातचीत:

इग्नू ने पढ़ाई को लगातार जारी रखी जा सकती है. मास्टर ऑफ कॉमर्स की डिग्री प्राप्त की हूं. अभी पढ़ाई जारी है. – श्वेता राज

इग्नू से बीसीए किया हूं. अभी साइंस कॉलेज से एमसीए कर रहा हूं. इग्नू का सिलेबस काफी बेहतर है. – सुमित कुमार, पटना

लाइब्रेरी साइंस की डिग्री प्राप्त किया. काफी खुशी मिल रही है. डिस्टेंस लर्निंग से भी बेहतर शिक्षा हासिल की जा सकती है. – विपुल कुमार, मधेपुरा

मैं सरकारी शिक्षिका हूं. अंग्रेजी से पीजी की हूं. आगे अभी और पढ़ाई जारी रहेगी. बच्चों को भी अच्छी शिक्षा दूंगी. – स्वेच्छा सिंह, खगड़िया

डिग्री पा कर खुश हूं. लाइब्रेरी साइंस की डिग्री मिली है. अभी आगे पढ़ाई जारी रखनी है. इग्नू का स्टडी मटेरियल काफी बेहतर है. – स्वाति राज, पश्चिमी चंपारण

मैं गया जिले में शिक्षक हूं. बीपीएससी द्वारा चयन हुआ है. मैं लगातार पढ़ाई कर रहा था. अंग्रेजी में पीजी की डिग्री हासिल किया हूं. पीएचडी करना है. – अवधेश कुमार, गया

इग्नू से एमबीए की डिग्री प्राप्त किया हूं. अभी बिहार सरकार में जॉब कर रहा हूं. जॉब और पढ़ाई दोनों साथ-साथ चल रही है. – शैलेश कुमार, पटना

अभी पढ़ाई जारी है. इग्नू से बिलिस की डिग्री प्राप्त किया हूं. अभी एमलिस जारी है.
– हिमांशु कुमार, मधेपुरा

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