अनुराग प्रधान, पटना . बिहार के साथ-साथ देश के सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों का सिलेबस अब आइआइटी तैयार करेगा. इसकी रूप रेखा तैयार कर ली गयी है. राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेजों का मेंटर आइआइटी पटना बनेगा.
आइआइटी पटना कोर्स डिजाइन व कैंपस प्लेसमेंट के साथ ही हर पहलू पर काम करेगा. इसकी मंजूरी आइआइटी काउंसिल की बैठक में मिल गयी है. सामान्य इंजीनियरिंग कॉलेजों में गुणवत्तायुक्त पढ़ाई के लिए यह योजना बनायी गयी है.
इंजीनियरिंग कॉलेजों को गोद लेने की योजना की जिम्मेदारी आइआइटी मद्रास को सौंपी गयी है. आइआइटी मद्रास को नोडल एजेंसी बनाया गया है. इस योजना की पूरी रूपरेखा तैयार करने के साथ मॉनीटिरिंग आइआइटी मद्रास करेगा.
बैठक में कहा गया है कि हर आइआइटी 10-10 इंजीनियरिंग कॉलेजों को गोद लेगा. इसके बाद इन सभी कॉलेजों में आइआइटी अपना एक्सटेंशन सेंटर खोलेगा, ताकि हमेशा इंजीनियरिंग कॉलेजों को मार्गदर्शन मिलता रहे.
आइआइटी मेंटर बनकर कोर्स डिजाइन, प्रोग्राम, शोध, इनोवेशन, स्टार्टअप, टीचर ट्रेनिंग व कैंपस प्लेसमेंट पर काम करेगा. यह योजना शैक्षणिक सत्र 2021-22 से काम करना शुरू कर देगी.
बिहार में 38 सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज हैं. सभी 38 कॉलेजों को आइआइटी और एनआइटी के हिस्से बांटा जायेगा. 19-19 कॉलेजों का मेंटर एनआइटी और आइआइटी पटना होगा. स्टूडेंट्स इसमें शोध के साथ-साथ नयी टेक्नोलॉजी का अध्ययन करेंगे.
अब तक एआइसीटीइ ही सामान्य इंजीनियरिंग कॉलेजों में सिलेबस, सीट और मान्यता देता था. लेकिन अब एआइसीटीइ को भारतीय उच्च शिक्षा आयोग में मर्ज कर दिया जायेगा. इसमें यूजीसी, एआइसीटीइ और एनसीटीइ को मर्ज किया जायेगा.
Posted by Ashish Jha