IIT Patna में बीटेक प्लस एमबीए की होगी पढ़ाई, तीन नये विभाग भी शुरू

आइआइटी पटना में इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स में इससे पहले केवल 86 सीटें ही थीं, जिन्हें अब और घटा कर केवल 50 कर दिया गया है, जबकि इंजीनियरिंग फिजिक्स में केवल 38 सीटें थीं, जिन्हें 2 सीट बढ़ा कर 40 कर दिया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 20, 2023 2:24 AM

पटना: आइआइटी, पटना में इस बार 151 और एनआइटी, पटना में पांच सीटें बढ़ गयी हैं. इसका मुख्य कारण है कि नये विभागों और डुएल डिग्री कोर्स की शुरुआत है. बताया जा रहा है कि आइआइटी पटना में इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स में इससे पहले केवल 86 सीटें ही थीं, जिन्हें अब और घटा कर केवल 50 कर दिया गया है, जबकि इंजीनियरिंग फिजिक्स में केवल 38 सीटें थीं, जिन्हें 2 सीट बढ़ा कर 40 कर दिया गया है. वहीं खबर है कि, इस बार से यहां इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कॉम्युनिकेशन इंजीनियरिंग और मैथमेटिक्स-कंप्यूटिंग डिपार्टमेंट की शुरुआत हो गयी है. दोनों ही डिपार्टमेंट में 50-50 सीटों पर एडमिशन लिया जाएगा. इसके साथ ही आइआइटी पटना में केमिकल साइंस एंड टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट की भी शुरुआत हो रही है, जिसमें 40 सीटों पर एडमिशन होगा.

नए सत्र में नौ इंट्रिगेटेड कोर्स डूएल डिग्री की हो रही शुरुआत

इसके साथ आइआइटी, पटना में नए सत्र में नौ इंट्रिगेटेड कोर्स डूएल डिग्री की शुरुआत हो रही है. इसमें बीटेक व एमटेक इलेक्टॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनिरिंग, बीटेक के साथ एमबीए, केमिकल इंजीनियरिंग प्लस जियोटेक्नोलॉजी, सिविल इंजीनियरिंग प्लस स्ट्रक्चर इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस, इसीइ प्लस वीएलएसआइ, इइइ प्लस पावर एंड कंट्रोल, मैथमेटिक्स एंड कंप्यूटिंग व मोटालॉजिकल एंड मटेरियल इंजीनियरिंग में डूएल डिग्री की पढ़ाई होगी.

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एनआइटी पटना ने केमिकल टेक्नोलॉजी में शुरू किया नया डिपार्टमेंट

एनआइटी, पटना में स्टूडेंट्स अलग-अलग फील्ड में सुपर स्पेशलिस्ट की पढ़ाई कर सकते हैं. यहां नौ डूएल डिग्री ब्रांच में एडमिशन होगा. इस बार डूएल डिग्री में केमिकल टेक्नोलॉजी नया डिपार्टमेंट बना है. इसमें 10 सीटों पर एडमिशन होगा. इसके साथ-साथ कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में डेटा साइंस और साइबर सुरक्षा के लिए अलग-अलग डिपार्टमेंट तैयार किये गये हैं. इस तरह से नौ अलग-अलग डिपार्टमेंट बनाये गये हैं. इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में सीटें 64 से बढ़कर 65 हो गयी हैं, जबकि इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में सीटें 168 से घट कर 162 रह गयी हैं.

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