पटना. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग को जल जीवन एवं हरियाली अभियान के तहत तालाब- पोखर, आहर, पइन और कुओं को अतिक्रमण मुक्त कराने का टास्क मिला है़ जिला प्रशासन भी इसमें मदद करेगा़ राज्यभर में दो हजार से अधिक जल संचयन के स्रोत (तालाब- पोखर आदि) तथा साढ़े आठ हजार से अधिक कुओं को कब्जामुक्त कराना होगा़
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने रिमोट सेंसिंग के माध्यम से उपलब्ध करायी गयी सूची के आधार पर तालाब, पोखर, आहर, पइन की पहचान की है़ इन सार्वजनिक जल स्रोतों की संख्या 72,960 है़ 81 हजार 727 सार्वजनिक कुएं चिह्नित किये गये है़ं विभाग ने सत्यापन में पाया कि 17,625 तालाब, पोखर, आहर व पइन पर लोगों ने कब्जा कर लिया था़
15,616 संरचनाओं से कब्जा हटवा दिये गये है़ं 2009 पर अब भी कब्जा है़ इसकी तरह 12,108 में से 3577 कुओं को ही अतिक्रमण मुक्त कराया जा सका है़ 8531 कुओं को अभी कब्जा मुक्त कराना है़ विभाग को 2399 वास भूमि विहीन परिवारों में से 1275 परिवारों को वास भूमि उपलब्ध करानी है़
जल-जीवन-हरियाली अभियान को समय से पूरा करने के लिए ग्रामीण विकास विभाग, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग तथा लघु जल संसाधन विभाग मिलकर जलस्रोतों पर काम करेंगे़ तालाबों , पोखरों, आहरों ,पइनों और कुओं को अतिक्रमण से मुक्त कराकर उनका जीर्णोद्धार करायेंगे़ अतिक्रमण मुक्त कराये गये तालाब- पोखर में मत्स्यपालन कराया जायेगा़
अभियान को लेकर बुधवार को तीनों ही विभागों के मंत्रियों और अधिकारियों की वर्चुअल बैठक हुई. ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने बताया कि पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, लघु जल संसाधन विभाग एवं ग्रामीण विकास विभाग में तीनों विभागों के आपसी समन्वय को बढ़ाने पर जोर दिया गया़
Posted by Ashish Jha