अवैध बालू खनन : इओयू ने कसा शिकंजा, कई और अफसरों पर एफआइआर की तैयारी
निलंबन के बाद इनमें से तीन अफसरों पर आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) ने आय से अधिक संपत्ति व भ्रष्टाचार का केस दर्ज कर लिया है.
पटना. बालू के खेल में निलंबित हुए दो आइपीएस, एक एसडीओ व चार डीएसपी सहित खनन, राजस्व, परिवहन व पुलिस विभाग के अफसरों पर शिकंजा कसता जा रहा है. निलंबन के बाद इनमें से तीन अफसरों पर आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) ने आय से अधिक संपत्ति व भ्रष्टाचार का केस दर्ज कर लिया है.
इनमें डेहरी ऑन सोन के तत्कालीन एसडीओ रहे सुनील कुमार सिंह के अलावा पालीगंज में डीएसपी रहे तनवीर अहमद और भोजपुर के डीएसपी रहे पंकज कुमार रावत शामिल हैं. यूनिट के सर्च अभियान में इनके पास से जमीन, फ्लैट व करोड़ों रुपये के निवेश की जानकारी मिली है. पदाधिकारियों को इन संपत्तियों का हिसाब देने में पसीने छूट रहे हैं.
आने वाले हफ्ते में ऐसे तीन-चार और अधिकारियों के ठिकानों पर कार्रवाई की तैयारी है. राज्य सरकार ने पहले ही इओयू को इनकी संपत्ति की जांच के आदेश दे दिये हैं. हालांकि, एफआइआर से पहले आर्थिक अपराध यूनिट पुख्ता सबूत जुटाने में लगा है.
सहयोगी भी जांच के दायरे में
अवैध बालू खनन मामले में निलंबित किये गये अफसरों के साथ ही तस्कर व ठेकेदारों की भी छानबीन चल रही है. यह लोग दोषी अफसरों में से कुछ के संपर्क में लगातार बने रहते थे. इसमें सबसे अधिक भोजपुर और पटना के लोगों के नाम सामने आये हैं.
इनकी आंतरिक, तकनीकी और अन्य जांच तेज हो गयी है. साक्ष्य के आधार पर जल्द ही इनके खिलाफ केस दर्ज हो सकता है. कार्रवाई की आशंका को लेकर इनमें से कई ने अपना ठिकाना व मोबाइल नंबर बदल लिया है, जबकि कुछ अंडरग्राउंड हो गये हैं.
अलग-अलग टीमें कर रहीं कई बिंदुओं पर तहकीकात
इओयू की अलग-अलग कई टीम दागी अफसरों की संपत्ति की जांच कर रही है. इस दौरान अधिकारियों के आयकर रिटर्न के साथ उनके चल-अचल संपत्ति का मिलान किया जा रहा है. पता करने की कोशिश है कि कार्यकाल के दौरान उन्होंने कहां-कहां संपत्तियां खरीदी ? आय के क्या स्रोत रहे? इसके साथ ही कई अन्य बिंदुओं पर भी ध्यान रखा जा रहा है.
Posted by Ashish Jha