पटना. नीतीश कुमार की सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल- जीवन- हरियाली का असर दिखने लगा है. बिहार में भूजल के स्तर में वृद्धि हुई है. राज्य में 5826 में 20 फुट और 1588 पंचायतों में 30 फुट पर भूजल का स्तर मिलने लगा है. पीएचइडी का मानना है कि आगामी गर्मी में भूजल का स्तर कहीं नहीं गिरेगा और लोगों को पानी के लिए परेशानी नहीं होगी.
विभागीय रिपोर्ट के मुताबिक जल- जीवन- हरियाली अभियान के कारण भूजल के स्तर में सुधार हुआ है. जहां आसपास के राज्यों में गर्मी में पानी के लिए दिक्कत होती है. वहीं, बिहार में हर परिवार तक पानी पहुंच रहा है.जल- जीवन- हरियाली अभियान से भूजल के स्तर में काफी सुधार आया है. गांव में सोखता, तालाब व कुएं की खोज की गयी है. वहीं, दोबारा से वैसे आहर-पैन को अस्तित्व में लाया गया है, जो कभी पानी का स्रोत्र रहा है.
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तालाब, पोखर , आहर, पइन 44822
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सार्वजनिक कुएं 32312
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सार्वजनिक कुएं व चापाकल के किनारे सोखता ,
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रिचार्ज व अन्य जल संचय का निर्माण 151785
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छोटी-छोटी नदियां, नाला, चेक डैम का निर्माण 8560
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नये जल स्रोत्र का सृजन 24736
बिहारशरीफ की दो पंचायतें, नवादा 21, जहानाबाद 18, अरवल 20, रोहतास 103, कैमूर दो, लखीसराय 37, मुंगेर 41, जमुई पांच, भागलपुर पूर्व 96, भागलपुर पश्चिम चार, बांका 49, मुजफ्फरपुर 383, सीतामढ़ी 270, बेगूसराय 224, समस्तीपुर 235, दरभंगा 219, वैशाली 288, पटना पूर्व 24, पटना पश्चिम 22, भोजपुर 167, बक्सर 25, सारण 323, सीवान 293, गोपालगंज 234, मधुबनी 392, सहरसा 151, मोतिहारी 220, ढ़ाका 185, पश्चिम चंपारण 315, शिवहर 53, सुपौल 181, खगड़िया 129, मधेपुरा 170, पूर्णिया 246, किशनगंज 126, अररिया 218, कटिहार की 235 पंचायतें शामिल हैं. यानी कुल 5826 पंचायत.
बिहारशरीफ की 71 पंचायतें, हिलसा आठ, गया 232, नवादा 62, औरंगाबाद 103, जहानाबाद 40 अरवल 28, रोहतास 110, कैमूर 34, शेखपुरा 32, लखीसराय 33, मुंगेर 55, जमुई 114, भागलपुर पूर्व 41, भागलपुर पश्चिम 59, बांका 117, बेगूसराय पांच, पटना पूर्व 92, पटना पश्चिम 174, आरा 61 व बक्सर की 117 पंचायतें शामिल हैं. यानी कुल 1588 पंचायतें.