16.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

इम्तियाज व एनुल ने जंक्शन व हैदर, नुमान ने गांधी मैदान में लगाया था बम, जानें किस आतंकी की क्या थी भूमिका

Bihar News: एनुल, हैदर अली, नुमान अंसारी, मोजिबुल्लाह व एक नाबालिग 27 अक्तूबर 2013 को अहले सुबह रांची से पटना पहुंचे थे. ये लोग अपने साथ 20 टाइमर बम लेकर आये थे.

पटना. हुंकार रैली में सीरियल बम ब्लास्ट में गिरफ्तार नौ आतंकियों को उनके काम के अनुसार कोर्ट ने सजा दी है. जिन आतंकियों का कार्य जधन्य माना गया, उन्हें फांसी की सजा दी गयी और थोड़ा सा कम अपराध करने वालों को उम्र कैद व सहयोग करने व साक्ष्य छिपाने के आरोप में आतंकियों को दस-दस वर्ष व सात वर्ष का कारावास दिया गया.

बोधगया बम ब्लास्ट में सफल हो जाने के बाद आतंकियों ने रायपुर में पटना के गांधी मैदान में होने वाली हुंकार रैली में विस्फोट करने की योजना बनायी थी. इसके लिए टाइमर बम बनाया गया था और उसे लेकर छह आतंकी इम्तियाज, तारिक उर्फ एनुल, हैदर अली, नुमान अंसारी, मोजिबुल्लाह व एक नाबालिग 27 अक्तूबर 2013 को अहले सुबह रांची से पटना पहुंचे थे. ये लोग अपने साथ 20 टाइमर बम लेकर आये थे.

न्यू बाइपास पर जाम होने की वजह से सभी बस से उतर गये थे. इसके बाद इम्तियाज व तारिक उर्फ एनुल दो बम लेकर पटना जंक्शन पहुंच गये थे. जबकि हैदर, नुमान, मोजिबुल्लाह व एक अन्य रैली में शामिल होने वाले लोगों के साथ गांधी मैदान पहुंच गये थे. दो बम पटना जंक्शन पर प्लांट किये गये थे और 18 गांधी मैदान परिसर के कई जगहों पर लगाये गये थे.

Also Read: NEET Result 2021: नीट का रिजल्ट जारी, मधुबनी का जेया बेलाल स्टेट टॉपर, मिले 715 अंक

इनकी मंशा थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन व भाषण के दौरान ही बम ब्लास्ट हो. इस रणनीति के तहत सभी बम को अलग-अलग टाइम 11.30 के बाद सेट किये गये थे. जिसमें पटना जंक्शन से लेकर गांधी मैदान तक छह ब्लास्ट हुए थे और 14 बम को निष्क्रिय कर जब्त कर लिया गया था. इसमें छह लोगों की मौत हो गयी थी, जबकि 89 लोग घायल हो गये थे.

किस आतंकी की क्या थी भूमिका

इम्तियाज व एनुल बम लेकर पटना जंक्शन पहुंचे और वहां प्लेटफॉर्म नंबर दस के शौचालय में प्लांट कर दिया था. इम्तियाज ने सफलतापूर्वक अपना काम कर लिया. लेकिन एनुल बम प्लांट करने में विफल रहा और बम ब्लास्ट कर गया. इसके बाद इम्तियाज ने तारिक को लेकर वहां से निकलने की कोशिश की. लेकिन पुलिस व धर्मा कुली के सहयोग से इम्तियाज को पकड़ लिया गया. एनुल को आइजीआइएमएस में भर्ती कराया गया और इलाज के दौरान मौत हो गयी. इम्तियाज के बयान पर एनआइए ने रांची, मिर्जापुर आदि इलाकों में छापेमारी कर आतंकियों को पकड़ लिया.

Posted by: Radheshyam Kushwaha

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें