छपरा (सदर). चालू मॉनसून के दौरान एक दिन में सबसे ज्यादा 99.24 मिलीमीटर औसत बारिश के कारण छपरा शहर व आस-पास के क्षेत्रों में जलजमाव की स्थिति गंभीर हो गयी है. हालांकि जलजमाव के बाद डीएम सुब्रत कुमार सेन के निर्देशानुसार छपरा नगर निगम तथा बूडकों के द्वारा संयुक्त रूप से जलनिकासी को ले प्रयास किया जा रहा है. परंतु, 12 घंटे के भीतर इतनी ज्यादा बारिश होने के कारण शहर व आस-पास के हजारों घरों, दुकानों, कार्यालयों में सुबह तीन से चार बजे बारिश का पानी प्रवेश कर गया. जो पूरे दिन शहरवासियों व प्रशासन के लिए परेशानी का सबब बना रहा.
जिला सांख्यिकी पदाधिकारी सरिता कुमारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार सारण में 99.24 मिलीमीटर औसत बारिश हुई है. जबकि सबसे ज्यादा 230 मिलीमीटर बारिश हुई. जबकि छपरा शहर में डेढ़ सौ मिलीलीटर बारिश हुई है. विभाग के अनुसार सारण में सितंबर माह में औसतन 158.96 मिलीमीटर बारिश का अनुमान था. जबकि 24 सितंबर तक 187.90 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है. जो अनुमान से 28.94 मिलीमीटर ज्यादा है.
गत वर्ष 2019 के सितंबर माह में 24 सितंबर तक औसत अनुमान 158.96 मिलीमीटर के बदले महज 113.9 मिलीमीटर बारिश हुई थी. जो औसत अनुमान से 45.06 मिलीमीटर कम था. उधर मौसम विज्ञान विभाग द्वारा आगामी 72 घंटे तक भारी बारिश व वज्रपात की आशंका के मद्देनजर जिला प्रशासन द्वारा जिला से लेकर प्रखंड स्तर के प्रशासनिक एवं जल संसाधन विभाग के पदाधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है. जिसे लेकर हर जगह विभाग के स्तर पर सतर्कता बरती जा रही है.
परंतु, चालू मॉनसून के दौरान छपरा शहर में डेढ़ सौ मिलीमीटर होने के बाद प्रशासन एवं अन्य विकास कार्यों पर भी प्रतिकूल असर रहा. कार्यालयों में काम करने वाले पदाधिकारियों व कर्मियों को अपने कार्यालयों में जहां जाने में परेशानी हुई वहीं शहर में चल रहे विकास कार्यों यथा डबल डेकर निर्माण, खनुआ नाला जीर्णोद्धार या अन्य सरकारी भवन, नाला का निर्माण का कार्य भी जलजमाव के कारण पूरी तरह ठप रहा.
posted by ashish jha