बिहार में चार माह बाद भी पूरा नहीं हुआ ईयर टैगिंग का 25 प्रतिशत लक्ष्य, पशुपालकों को होगा ये नुकसान
हर गांव में ईयर टैगिंग से मिलने वाले लाभ संबंधी बैनर भी लगवाएं गये हैं, जो पशुपालक ईयर टैगिंग नहीं कराते हैं उनके पशुओं को बीमा, हेल्थ कार्ड समेत अन्य सरकारी योजनाओं से वंचित कर दिया जायेगा.
सासाराम शहर .जिले के पशुपालकों में जागरूकता का अभाव के कारण चार माह बाद भी अभी तक ईयर टैगिंग के 25 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त नहीं हो सका है.
बता दें कि पशुपालन विभाग की ओर से विगत चार माह से जिले में ईयर टैगिंग का कार्य कराया जा रहा है.
इस योजना के तहत पशुओं की ईयर टैगिंग कर पशुपालकों को हेल्थ कार्ड वितरण करना है. बिना टैगिंग के पशुओं को किसी भी सरकार योजना का लाभ नहीं मिल सकेगा.
इसके बावजूद भी अभी 25 प्रतिशत पशुपालकों ने अपने पशुओं को टैगिंग नहीं कराया है. ऐसे में पशुपालन विभाग की टीम ने लक्ष्य से 25 प्रतिशत पशुओं को अब तक ईयर टैगिंग हो सका है.
इस बाबत जिला पशु चिकित्सा पदाधिकारी अरविंद कुमार ने बताया कि जिले में तेजी से पशुओं के ईयर टैगिंग का कार्य कराया जा रहा था.
पूर्व में इसके लिए क्षेत्र में जागरूकता अभियान भी चलाया गया था, लेकिन कुछ पशुपालक अभी भी अपने पशुओं के ईयर टैगिंग कराने से इनकार कर रहे हैं.
इससे टैगिंग कार्य जिले में प्रभावित होकर धीमी गति से चल रहा है. इयर टैगिंग के निर्धारित लक्ष्य तक पहुंचने के लिए जिले में लगातार कर्मी कार्य कर रहे हैं.
टैगिंग के समय को फिर से बढ़ा कर 15 जनवरी तक किया गया हैं. इनकार करने वाले पशुपालकों में जागरूकता के लिए पंचायत स्तर पर मुखिया व पशु चिकित्सकों के साथ बैठक चल रही है.
हर गांव में ईयर टैगिंग से मिलने वाले लाभ संबंधी बैनर भी लगवाएं गये हैं, जो पशुपालक ईयर टैगिंग नहीं कराते हैं उनके पशुओं को बीमा, हेल्थ कार्ड समेत अन्य सरकारी योजनाओं से वंचित कर दिया जायेगा.
Posted by Ashish Jha