पटना. राज्य के शहरी इलाकों में अब मीटर रीडर आपके बिजली बिल की राशि भी मांगेंगे. बिल की राशि मिलने पर वे तुरंत ऑनलाइन रसीद देंगे. हालांकि मीटर रीडर के माध्यम से बिजली बिल जमा करने की व्यवस्था वैकल्पिक होगी. बिल जमा करने के लिए मीटर रीडर दबाव नहीं बनायेंगे. यह नयी व्यवस्था एक अगस्त, 2021 से प्रभावी हो गयी है.
इससे पहले केवल ग्रामीण इलाकों में ही इस तरह की व्यवस्था थी. इसका मकसद उपभाेक्ताओं को आसानी से बिजली बिल जमा करने में मदद करना है. साथ ही बिजली बिल के बकायेदारों में बिजली बिल जमा करने में जागरूकता बढ़ाना है.
सूत्रों का कहना है कि एक अगस्त से मीटर रीडिंग करने वाली नयी निजी कंपनियों ने कार्यभार संभाल लिया है. ये सभी कंपनियां टेंडर के माध्यम से आयी हैं. इन कंपनियों ने प्रत्येक 1500 उपभोक्ताआें पर एक मीटर रीडर की नियुक्ति की है.
सभी मीटर रीडर को पिछले एक-डेढ़ महीने से प्रशिक्षण दिया जा रहा था. इसके बाद ही मीटर रीडिंग की जिम्मेदारी सौंपी गयी है.
प्रत्येक मीटर रीडर को सामान्य रीडिंग करने पर शहरी क्षेत्रों में करीब एक फीसदी और ग्रामीण क्षेत्रों में करीब तीन फीसदी तक कमीशन दिया जायेगा. इसके साथ ही तय सीमा से अधिक मीटर रीडिंग और वसूली पर इंसेंटिव भी दिया जायेगा.
Posted by Ashish Jha