पटना. मुख्यमंत्री नीतीश सरकार की पहल से बिहार में सड़कों का जाल बिछ रहा है. मुंगेर में गंगा पर पुल बनकर तैयार है. बिहार में आजादी के बाद अब तक उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच गंगा पर महज 4 पुल ही बने, जबकि दिल्ली में ही यमुना पर सात पुल बन चुके हैं.
नीतीश कुमार ने विकास को लेकर जो ब्लू प्रिंट तैयार की उसके तहत गंगा नदी पर हर 40 किलोमीटर की दूरी पर एक पुल का निर्माण करने का लक्ष्य रखा. इस तरह गंगा नदी पर 18 पुलों का निर्माण किया जा रहा है.
अगले 5 वर्षों में इसका निर्माण कार्य पूरा होना है. इस प्रोजेक्ट के शत प्रतिशत सफल होने पर बरसात के मौसम में भी प्रदेश के उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों में आवागमन सुचारू रह सकेगा.
विभागीय अधिकारी के अनुसार अभी बिहार में 10 लेन के सिर्फ 4 पुल हैं. अब नीतीश कुमार की सरकार गंगा नदी पर 62 लेन के 18 पुलों का निर्माण कार्य करा रही है. अगले 100 वर्षों तक के लिए ट्रैफिक प्लान के तहत गांधी सेतु के ठीक बगल में चार लेन के एक नए पुल का निर्माण कार्य जारी है, जिसे वर्ष 2024 तक पूरा करना है.
गांधी सेतु के समानांतर बन रहे गंगा ब्रिज के तैयार होने से पटना और से हाजीपुर की कनेक्टिविटी और भी बढ़ जाएगी. बिहार के पथ निर्माण मंत्री खुद मौके पर जाकर निर्माण कार्य की समीक्षा कर चुके हैं.
महात्मा गांधी सेतु पर सुपरस्ट्रक्चर बदलने का काम भी अगले साल पूरा हो जायेगा. गांधी सेतु के दोनों लेन के निर्माण कार्य को पूरा होने पर लोगों को जाम की समस्या नहीं झेलनी होगी. गांधी सेतु से ठीक बगल में सिक्स लेन ब्रिज बनाया जा रहा है.
गांधी सेतु के 10 किलोमीटर डाउनस्ट्रीम में कच्ची दरगाह बिदुपुर पुल का निर्माण हो रहा है. जेपी सेतु के समानांतर नये पुल बनने का प्रस्ताव है और उसी के 10 किलोमीटर पश्चिम दिघवारा में सिक्स लेन पुल बनाया जाना है. बख्तियारपुर से ताजपुर फोरलेन पुल का निर्माण कार्य जारी है. राजेंद्र सेतु के समानांतर सिक्स लेन ब्रिज बनाया जा रहा है.
Posted by Ashish Jha