पटना. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में गठबंधन में सब कुछ एकदम ठीक है. इसमें किसी तरह की समस्या नहीं है. यहां इतने दिनों से गठबंधन चल रहा है. कितने अच्छे से एक-दूसरे के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. ऐसे में मतभेद जैसी कोई बात नहीं है. मुख्यमंत्री जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे.
भाजपा के पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी के बयान को सिरे खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें अपने दल से यह पूछना चाहिए. वह जिस दल के हैं, वहां बात करें. अगर अन्य कोई भी बात है, तो वह मुझसे भी आकर बात कर सकते हैं.
गौरतलब है कि यह खबर आयी कि मंत्री सम्राट चौधरी ने भाजपा प्रदेश कार्यालय में गठबंधन को लेकर बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि बिहार में गठबंधन की सरकार चलाना बहुत मुश्किल है.
मौजूदा सरकार के साथ भी परेशानी हो रही है. सरकार में उनकी कोई नहीं सुनता. हालांकि, मुख्यमंत्री का बयान देने के तुरंत बाद मंत्री ने इस मामले में खंडन जारी करते हुए कहा है कि उनके बारे में गलत सूचना फैलायी गयी है.
उन्होंने कहा कि सरकार में मेरी कोई नहीं सुनता है, यह पूरी तरह से असत्य, काल्पनिक और मनगढ़ंत बात है. मुख्यमंत्री के नेतृत्व में एनडीए एकजुट है. बिहार में लंबे समय से विकास कार्य किये जा रहे हैं. पंचायती राज विभाग में भी कई बड़े फैसले मुख्यमंत्री के नेतृत्व में लिये गये हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि फोन टेपिंग मामले में उचित कदम उठाना चाहिए. इस पर चर्चा होनी चाहिए. आजकल कौन क्या कर लेगा, इसका भरोसा नहीं है. कई दिनों से ऐसी बातें सामने आ रही हैं. एक-एक बात को देखकर उचित कदम उठाना चाहिए.
जांच के बाद सभी बातें सामने आ जायेंगी, तो यह स्पष्ट हो जायेगा कि किसके साथ क्या हुआ है. हालांकि, संसद में जब सरकार ने विस्तार से जवाब दे दिया है. फिर विवाद नहीं होना चाहिए.
जदयू नेता उपेंद्र कुशवाहा द्वारा पीएम मैटेरियल कहे जाने के सवाल पर सीएम ने कहा कि पीएम बनने की मेरे मन में कोई लालसा नहीं है. मेरी पार्टी के कुछ लोग ऐसा बोल देते हैं, उन्हें नहीं बोलना चाहिए. पता नहीं, वे ऐसा क्यों बोल देते हैं. बिहार की सेवा करते-करते अब मन में इस तरह की कोई बात नहीं रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि ओमप्रकाश चौटाला से मेरी मुलाकात पुराने रिश्ते के कारण हुई है. उनसे काफी पुराना संबंध और परिचय है. सभी अलग-अलग दलों में हैं, लेकिन रिश्ता अब भी वहीं पुराना बना हुआ है. सभी समाजवादी पृष्ठभूमि से हैं. इसमें किसी को क्या ऐतराज हो सकता है.
अन्य किसी को क्या परेशानी होगी. इसमें कोई राजनीतिक बात नहीं है. कोई नयी और खास बात नहीं है. जहां तक उनके स्तर से नयी पार्टी बनाने का सवाल है, तो यह बात उनके मन में काफी समय से चल रही थी.
Posted by Ashish Jha