बिहार में 25 से 35 आयु वर्ग वाले डेंगू से हो रहे सबसे अधिक पीड़ित, पटना का पाटलिपुत्र अंचल टॉप पर
अब तक एक हजार मरीजों में इस आयु वर्ग के 387 युवा डेंगू के शिकार हो चुके हैं. जिले में अब तक एक हजार से अधिक डेंगू के मरीज मिल चुके हैं, जिसमें सबसे अधिक शहरी क्षेत्र के हैं. पीड़ितों में पुरुषों की संख्या महिलाओं से दोगुनी है.
पटना. पटना में 25 से 35 आयु वर्ग के युवा सबसे अधिक डेंगू पीड़ित हो रहे हैं. इसका मुख्य कारण ऐसे युवाओं के बीमारी के बाद भी गतिमान रहना मना गया है. अब तक एक हजार मरीजों में इस आयु वर्ग के 387 युवा डेंगू के शिकार हो चुके हैं. जिले में अब तक एक हजार से अधिक डेंगू के मरीज मिल चुके हैं, जिसमें सबसे अधिक शहरी क्षेत्र के हैं. पीड़ितों में पुरुषों की संख्या महिलाओं से दोगुनी है. प्रशासनिक आंकड़ों की मानें, तो पटना जिले में 25 से 35 आयु वर्ग के 387 पीड़ित हैं. इनमें 11 से 25 आयु वर्ग के 168, 35 से 45 आयु वर्ग के पीड़ित होने वाले लोगों की संख्या 158 है. 45 से 55 आयु वर्ग से पीड़ित लोगों की संख्या 118 है. इसके बाद 10 साल से नीचे और 55 से 72 आयु वर्ग के बुजुर्ग मरीज पीड़ित मिले हैं.
कामकाजी महिलाएं हुई हैं बीमार
विशेषज्ञों का कहना है कि वैसी महिलाएं जो कामकाजी हैं, इस बीमारी से अधिक पीड़ित हुई हैं. जबकि गृहिणियां काफी कम बीमार हुई हैं. विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि यदि आप बीमारी से पीड़ित हो जाते हैं, तो नियमित और उचित उपचार के साथ घर में आराम करें तो बीमारी जल्दी ठीक हो जायेगी. वहीं अब तक के सर्वाधिक आंकड़ों के अनुसार साल 2022 में सबसे अधिक डेंगू के 6500 से अधिक मरीज मिले थे. इसके बाद 2019 में 4905 लोग डेंगू से पीड़ित पाये गये थे. उसके बाद 2018 में 1578, 2017 में 1544 को डेंगू से बीमार होने के बाद अस्पताल ले जाना पड़ा था. इसी प्रकार 2016 में 845 लोग डेंगू ग्रसित पाये गये थे. जबकि 2021 में 351 और 2020 में 243 लोगों को डेंगू हुआ था.
सबसे अधिक पाटलिपुत्र अंचल में बीमारी का प्रकोप
डेंगू का प्रकोप सबसे अधिक पाटलिपुत्र अंचल में है. यहां अब तक 350 से अधिक मरीज डेंगू के मिल चुके हैं. इसके बाद बांकीपुर, कंकड़बाग और पटना सिटी के इलाके शामिल हैं. निगम के अजीमाबाद अंचल में भी लगातार मरीज मिल रहे हैं. यहां के जल्ला क्षेत्र और कई मोहल्लों में जलजमाव रहने से मच्छरों के लार्वा के लिए अनुकूल माहौल बना हुआ है.
पटना जिले में डेंगू का आंकड़ा हजार पार, मिले 109 नये मरीज
पटना जिले में इन दिनों डेंगू पैर पसारे हुए है. वहीं, अब डेंगू शहर के सभी मुहल्लों में दस्तक देने लगे हैं. रोजाना 100 के पार मरीज मिले लगे हैं. यही वजह है कि पटना जिले में डेंगू मरीजों की संख्या हजार पार हो गयी है. गुरुवार को डेंगू के 109 मरीज सामने आये हैं. इनमें सबसे अधिक पाटलिपुत्र अंचल में 42, नूतन राजधानी में 12, अजीमाबाद में चार और फुलवारीशरीफ में पांच के अलावा बाढ़, मोकामा, बिहटा, बख्तियारपुर, पालीगंज आदि इलाकों से डेंगू से एक व दो मरीज सामने आये हैं.
जिले में मरीजों की संख्या बढ़कर 1080 हो गयी
वर्तमान में शहर के पीएमसीएच, आइजीआइएमएस, एम्स व एनएमसीएच सरकारी अस्पतालों में 72 मरीज भर्ती हैं. हालांकि आठ मरीज ठीक होने के बाद डिस्चार्ज भी किये गये हैं. जिले में मरीजों की संख्या बढ़कर 1080 हो गयी है. सिविल सर्जन डॉ श्रवण कुमार ने किहा कि घरों में रोजाना लार्वा मिल रहा है. मरीजों के निवास क्षेत्रों में घर-घर जाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा दवा का छिड़काव किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि लगातार डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में लार्वा नष्टीकरण व एडिस मच्छर को नष्ट करने के लिए फागिंग किया जा रहा है. आम जनता को साफ-सफाई रखने व डेंगू से बचाव के बारे में समझाइश दी गयी. संभावित डेंगू प्रभावित क्षेत्र मे टेमीफास का छिड़काव और फागिंग का कार्य निरंतर किया जा रहा है.
डेंगू मरीजों की संख्या में रिकाॅर्ड 363 नये मरीजों की वृद्धि
राज्य में डेंगू का कहर कम थमने का नाम नहीं ले रहा है. डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है. राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान 363 नये डेंगू के मरीज पाये गये हैं. इसमें पटना जिले में सर्वाधिक 109 मरीज शामिल हैं. राज्य के अन्य जिलों में भागलपुर में 47, वैशाली में 25, औरंगाबाद में 23 और सारण में पांच नये डेंगू मरीज पाये गये हैं. नये मरीजों के मिलने के बाद राज्य में इस वर्ष डेंगू मरीजों की संख्या 3462 हो गयी है. इसमें सिर्फ सितंबर माह में 3187 डेंगू मरीज शामिल हैं.
डेंगू से पीड़ित 283 मरीज राज्य के विभिन्न अस्पतालों में
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि डेंगू से पीड़ित 283 मरीज राज्य के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती है. इसमें सर्वाधिक 132 मरीज जेएलएनएमसीएच,भागलपुर में भर्ती हैं. इसके अलावा एम्स,पटना में 18, आइजीआइएमएस में 16, पीएमसीएच में 16, एनएमसीएच में 10, एसकेएमसीएच,मुजफ्फरपुर में 14, डीएमसीएच,दरभंगा में आठ, एनएमसीएच,गया में 26, जीएमसी,बेतिया में चार, जीएमसी,पूर्णिया में 10, जेएनकेटीएमसीएच,मधेपुरा में चार और विम्स, पावापुरी में 25मरीज भर्ती होकर इलाज करा रहे हैं.