बिहार में एक प्रमाणपत्र पर दो महिलाओं को मिल गयी शिक्षक की नौकरी, जांच के बाद एक बरखास्त
नालंदा जिले के मध्य विद्यालय, घोड़ाकटोरा की प्रखंड शिक्षिका सुषमा कुमारी के टीइटी प्रमाणपत्र पर दूसरी सुषमा कुमारी नामक महिला नूरसराय प्रखंड अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय, कैंडी में पंचायत शिक्षिका के रूप में काम कर रही थी.
पटना. नालंदा जिले के मध्य विद्यालय, घोड़ाकटोरा की प्रखंड शिक्षिका सुषमा कुमारी के टीइटी प्रमाणपत्र पर दूसरी सुषमा कुमारी नामक महिला नूरसराय प्रखंड अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय, कैंडी में पंचायत शिक्षिका के रूप में काम कर रही थी.
जानकारी मिलने पर प्रखंड शिक्षिका ने नालंदा डीएम से मामले की जांच का आग्रह किया. जांच में पाया गया कि पंचायत शिक्षिका सुषमा कुमारी ने नौकरी पाने के लिए प्रखंड शिक्षिका सुषमा कुमारी के टीइटी प्रमाणपत्र का इस्तेमाल किया.
इसके बाद आरोपित पंचायत शिक्षिका को बर्खास्त करते हुए परिवादी सुषमा कुमारी, प्रखंड शिक्षिका मध्य विद्यालय, घोड़ाकटोरा के इंटर का अंकपत्र को सत्यापन के लिए बिहार बोर्ड को भेजा गया है.
मंगलवार को लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम के तहत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रथम अपीलीय मामलों की सुनवाई करते हुए प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि डीएम को दोषी पंचायत शिक्षिका सुषमा कुमारी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करते हुए वेतन की नियमानुसार वसूली करने का आदेश दिया है.
दूसरा मामला रोहतास जिले के दावथ प्रखंड के हथडीहा आहर के जीर्णोद्धार में की गयी अनियमितता से जुड़ा था. इस संबंध में प्रमंडलीय आयुक्त ने डीएम रोहतास को संबंधित आहर के जीर्णोद्धार के संबंध में प्राक्कलन को सही कर अतिक्रमण हटाने तथा योजना को पूर्ण कराने का आदेश दिया है.
मंगलवार को आयुक्त ने रोहतास ,नालंदा, पटना के कुल 12 मामलों की सुनवाई की गयी. नालंदा के 8, पटना के 3 तथा रोहतास के एक मामले की सुनवाई हुई. इसके अतिरिक्त आर्बिट्रेशन के कुल 11 मामलों का निष्पादन किया गया.
Posted by Ashish Jha