कौशिक रंजन, पटना . राज्य सरकार नये साल में शहरी विस्तारीकरण योजना को अमलीजामा पहनाते हुए एक बड़ी पहल करने जा रही है.
इसके तहत राज्य के 100 से ज्यादा नगर निगम से लेकर नगर पर्षद और नगर पंचायत के स्वरूप में व्यापक बदलाव आयेगा.
इससे संबंधित प्रस्ताव तैयार हो गया है और उस पर विधि विभाग और वित्त विभाग की मंजूरी मिल गयी है. अब कैबिनेट की बैठक में इस पर अंतिम स्तर की मंजूरी मिलने जा रही है.
इसके बाद यह पूरे राज्य में तत्काल प्रभाव से लागू हो जायेगा. इसका मुख्य उद्देश्य राज्य में शहरीकरण के मौजूदा 11 प्रतिशत के क्षेत्र में विस्तार करना है.
इस नयी विस्तारित योजना से सूबे में शहरीकरण के क्षेत्र में तीन से चार प्रतिशत की बढ़ोतरी हो जायेगी.
इस नये प्रस्ताव के तहत पटना, बिहारशरीफ समेत अन्य कई नगर निगमों के क्षेत्र का विस्तार किया जा रहा है. इसके आसपास के कई इलाके इन नगर निगमों के क्षेत्र में समाहित हो जायेंगे.
पटना नगर निगम का क्षेत्र विस्तार होकर यह दानापुर के आसपास तक पहुंच जायेगा. इसी तरह बिहारशरीफ नगर निगम का विस्तार दीपनगर क्षेत्र तक हो जायेगा.
इसके अलावा पटना जिले के दो प्रखंड नौबतपुर और पुनपुन नगर पंचायत क्षेत्र के रूप में उत्क्रमित हो जायेंगे.
वहीं, संपतचक नगर पंचायत क्षेत्र की कुछ पंचायतों को छोड़कर अन्य इलाके को नगर पर्षद क्षेत्र बना देने का प्रस्ताव है. इसी तरह मसौढ़ी क्षेत्र का विस्तार करते हुए इसे भी उत्क्रमित कर दिया जायेगा.
कटिहार जिले का कोढ़ा नगर पर्षद क्षेत्र बनने जा रहा है. इस तरह से राज्य के 100 से ज्यादा नगर क्षेत्रों का विस्तार या उत्क्रमण होने जा रहा है. इस प्रस्ताव पर कैबिनेट में अंतिम स्तर पर समीक्षा होने के बाद इस पर मुहर लग जायेगी.
इस नयी विस्तारीकरण योजना से पटना नगर निगम के क्षेत्र का विस्तार मेट्रो को ध्यान में रखते हुए भी किया जा रहा है, ताकि आने वाले समय में मेट्रो का विस्तार आसपास के इलाकों में भी आसानी से किया जा सके.
इसके अलावा पटना की बढ़ती आबादी को देखते हुए इसका फैलाव हर तरफ करने के लिए भी नगर निगम क्षेत्र में बढ़ोतरी करने की तैयारी है. इन बातों का ध्यान रखते हुए पटना का विस्तारीकरण बेहद अहम माना जा रहा है.
Posted by Ashish Jha